वाराणसी। निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से बैठकों का दौर जारी है। इसमें इस बार के चुनाव में सबकी निगाहें महापौर के उम्मीदवारी पर टीकी है। सत्ताधारी दल जहां अपना दबदबा कायम करने के लिए जोर आजमाइश में जुटा है तो वहीं सपा और कांग्रेस जीत की आस में पार्टी पदाधिकारियों के साथ चर्चित नामों पर विचार कर रही है।
इस बार का निकाय चुनाव 90 के बजाय 100 वार्डों पर आधारित किया गया है। इनके निर्धारित परिसीमन भी जारी हो चुके हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है निकाय चुनाव में उम्मीदवार ही जीत का कार्ड होंगे। इस लिए दलों की ओर से चर्चित सामाजिक चेहरों में सामान्य जाति के चहरे की तलाश हो रही है। जबकि सत्ताधारी पार्टी में उम्मीदवारों की झड़ी से लगी है। पार्टी में तीन दर्जन से ज्यादा मानिंदों ने महापौर की सीट पर दावेदारी पेश की है। वहीं सपा में लगभग 20 उम्मीदवारों ने महापौर सीट पर आवेदन किया है। इसके अलावा कांग्रेस के पदाधिकारियों की ओर से सोमवार को महापौर पद के लिए पहला आवेदन लिया गया है। वहीं बसपा और आप भी महापौर पद पर उम्मीदवार की तलाश में जुटी है।
इस बार का चुनाव नहीं होगा आसान
बीते 25 सालों से महापौर की सीट पर कब्जा जमा चुकी भाजपा के लिए इस बार का चुनाव आसान नहीं रहने वाला। शहरी क्षेत्रों के अलावा शामिल नए ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं का मिजाज किस ओर जाएगा इसकी सटीक जानकारी तो चुनाव के बाद मतगणना से ही मिलेगी। लेकिन निगम में शामिल रामनगर के तीन वार्ड और अन्य सात वार्डों की स्थिति देखी जाए तो रामनगर में नगर पलिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। ऐसे में रामनगर और अन्य ग्रामीण आंचल क्षेत्रों से वोट निकालना भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती भी बन सकता है।
आवेदन के बाद आकाओं के यहां लगा रहे दरबार
महापौर सीट पर आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर चुके उम्मीदवार अधिसूचना जारी होने से पहले ही दलों के आकाओं के यहां दरबार लगाने में जुट गए हैं। सुबह से ही पार्टी के बड़े नेताओं के यहां हाजरी के साथ पार्टी कार्यक्रमों में भी इनकी उपस्थिति पहले से ज्यादा बढ़ गई है। टिकट की मंशा साधने के लिए ये किसी प्रकार की कसर से चुंकना नहीं चाहते। केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश स्तर तक भागदौड़ में लगे हैं।
इन नामों की चर्चा जारों पर
भाजपा पार्टी सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी दल भाजपा की ओर से मुख्य रूप से प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव, क्षेत्र क्षेत्रीय मंत्री अशोक तिवारी, वरिष्ठ नेता राजेश कुमार त्रिवेदी, राहुल सिंह, उद्यमी आरके चौधरी के नाम हैं। इनके अलावा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय और महिला उम्मीदवारों में वर्तमान मेयर मृदुला जायसवाल और रीता जायसवाल के भी नाम चर्चा में हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस बार सवर्ण प्रत्याशी पर ही दाव आजमाएगी। वहीं समाजवादी पार्टी की ओर से आवेदनों में लगभग 20 आवेदन लिए जा चुके हैं। जिनमें मुख्य रूप से जिला महासचिव आनंद मौर्या, पूर्व महानगर अध्यक्ष डॉ० ओ० पी० सिंह, पूर्व मंत्री मनोज राय के अलावा महानगर उपाध्यक्ष विजय मौर्या डब्लू, लक्ष्मीकांत मिश्रा किशमिश गुरु, पूर्व पार्षद विजय जायसवाल और पूर्व कैंट विस प्रत्याशी पूजा यादव के नाम की चर्चा है। कांग्रेस पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस में रेखा शर्मा, जय प्रकाश तिवारी, डॉ. अनिल उपाध्याय और अनिल श्रीवास्तव अन्नू के नाम की चर्चाएं हैं। सोमवार को पूर्व पीसीसी सदस्य जेपी तिवारी ने कांग्रेस में मेयर पद के लिए अपना पहला आवेदन किया है।