- राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल (Varanasi) के एमडी/एमएस के छात्र बैठे धरना पर
- 6 महीनों से स्टांइपेन्ड ना मिलने से नाराज छात्रों ने किया धरना प्रदर्शन
- अस्पताल के ओपीडी हॉल में छात्रों ने दिया धरना, मांगा लिखित प्रमाण
वाराणसी | सबसे बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल में दिसंबर से अब तक स्टाइपेंड न मिलने से नाराज डॉक्टर सोमवार सुबह से ओपीडी हॉल में धरने पर बैठे हैं। वाराणसी (Varanasi) के चौकाघाट स्थित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में तैनात डॉक्टर (एमडी/एमएस के छात्र) कल यानि सोमवार से हड़ताल पर हैं और आज दूसरे दिन भी धरना कायम रहा। इस वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही वार्ड में भर्ती मरीजों का देखभाल भी प्रभावित हो रहा है।

Varanasi : एसीएम आंकाक्षा सिंह ने दिलाया आश्वासन
सूचना मिलने पर छात्रों को शांत कराने के लिए एसीएम आंकाक्षा सिंह धरनास्थल पर पहुंची जिन्होंने छात्रों को आश्वासन दिलाया कि जल्द से जल्द उन्हें उनकी सैलरी का भुगतान कर दिया जाएगा।

धरनारत डॉक्टर नेहा चौधरी जो एमडी की छात्रा है उन्होंने इस धरना के बारे में बताया कि अस्पताल में हमारी सैलरी आए पांच महीने 20 दिन हो चुके है लेकिन अब हमें हमारी सैलरी अब तक नहीं दी गयी है। हमने दिसंबर में भी एक दिन धरना दिया था लेकिन आश्वासन के चलते हमने धरना समाप्त कर दिया था और इसके साथ ही कई सारे आश्वासन के बावजूद आज तक हमें सैलरी का भुगतान नहीं किया गया है। अब इसे प्रशासन (Varanasi) की लापरवाही कहिए या जो भी लेकिन अब हम तभी शांत होंगे जब तक हमें कोई लिखित प्रमाण नहीं दिया जाएगा।

वहीं डॉ. आनन्द कुमार सिंह ने बताया कि हमलोग को पिछले 6 महीने से स्टाइपेंड नहीं दिया गया है जिसके वजह से हमलोग काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोज आश्वासन मिलते थे लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जाता था इसीलिए हमलोग यह धरना दे रहें है ताकि हमें कोई लिखित प्रमाण मिले लेकिन यहां कोई लिखित प्रमाण देने के लिए तैयार नहीं है।
