Varanasi: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार शाम गोदौलिया चौराहे पर में ऑल इंडिया स्वर्णकार समाज एसोसिएशन के बैनर तले एक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह आयोजन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल वर्मा के आह्वान पर किया गया, जिसमें समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। यह शांति मार्च शाम में मैदागिन पेट्रोल पंप से शुरू होकर बुलानाला, सुड़िया, ठठेरी बाजार और चौक होते हुए गोदौलिया तक निकाला गया। इस दौरान
मार्च के माध्यम से समाज ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त नाराज़गी जताई और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने हाथों में जलती मोमबत्तियों के साथ एक स्वर में आतंक के विरुद्ध संदेश दिया कि देश अब चुप नहीं बैठेगा। यह कार्यक्रम केवल संवेदना व्यक्त करने का नहीं, बल्कि एक चेतावनी का स्वरूप था कि आतंक का हर स्वरूप असहनीय है और उसे जड़ से उखाड़ फेंकना अब वक्त की मांग है।

Varanasi: आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता
मीडिया से बातचीत में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीपाल सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कुछ लोग चाहे जितनी बार कहें कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन सच्चाई यह है कि आतंकी घटनाओं के पीछे एक खास विचारधारा, भाषा और पहचान होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लिए गए सख्त फैसलों पर भरोसा जताया और भविष्य में और कठोर कदम उठाने की मांग की।
आतंकियों को गोली नहीं, पहले पानी से मारें: अविनाश सेठ
इस दौरान जिला अध्यक्ष अविनाश सेठ ने भी तीखे शब्दों में आतंकवाद पर प्रहार करते हुए कहा कि अब आतंकियों को गोली नहीं, पहले पानी से मारा जाना चाहिए। सिंधु नदी का पानी जो पाकिस्तान की ओर जाता है, उसे पूरी तरह रोक दिया जाए ताकि वे पहले प्यासे मरें। बरसात में उस पानी को भारत की नदियों में बहा दिया जाए। हमारे देश के नागरिकों की एक-एक हत्या का जवाब उनके घर तक जाकर देना होगा।
अविनाश सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे एक पिता की तरह इस देश की सुरक्षा के लिए अब तक के सबसे कड़े और ऐतिहासिक फैसले लें। उन्होंने कहा कि जब आतंकवादी धर्म पूछकर मारते हैं, तब हम भी अपने धर्म का नाम लेकर उनके मंसूबों को चकनाचूर करेंगे।

रैली में बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से दिलीप सोनी, विनोद वर्मा, अमित सेठ, मनोज सेठ, आनंद सेठ, मोनू सेठ, गोपाल सेठ, गोपाल वर्मा, राजू सेठ, विक्की सेठ, भारत सेठ, संदीप सेठ, शिव सेठ, मनीष सेठ, कृष्ण सेठ, अशोक सेठ, हरि सेठ, किशन सेठ, किशन वर्मा, शुभम सेठ और गोलू सहित अन्य सदस्य शामिल रहे। सभी ने आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर कड़ा विरोध दर्ज किया।
कार्यक्रम के समापन पर दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम हमले में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी गई और एक स्वर में भारत की सुरक्षा और आतंकवाद के समूल नाश की प्रार्थना की गई।