Varanasi: वाराणसी जंक्शन पर गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब दुर्ग से नौतनवा जा रही एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन शंटिंग प्रक्रिया के दौरान पटरी से उतर गया। यह घटना प्लेटफार्म नंबर 2 से लूप लाइन की ओर इंजन को ले जाते समय हुई, जब ट्रैक बदलते समय अचानक इंजन डिरेल हो गया। कम गति के बावजूद इंजन जोरदार आवाज के साथ ट्रैक से नीचे धंस गया, जिससे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, दुर्ग-नौतवना एक्सप्रेस गुरुवार दोपहर वाराणसी पहुंची थी और यात्रियों को प्लेटफार्म नंबर 2 पर उतारा जा रहा था। इसके बाद लोको पायलट ने इंजन को शंटिंग के लिए हटाया और लूप लाइन की ओर बढ़ा। तभी प्वाइंट नंबर 514 पर जॉइंट क्लैम्प में दरार के कारण इंजन का पहिया जाम हो गया और इंजन पटरी छोड़ नीचे उतर गया।

Varanasi: तत्काल कंट्रोल रूम को मिली सूचना, कॉशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही स्टेशन कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया। तुरंत कॉशन जारी करते हुए डाउन लाइन की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया। रनिंग स्टाफ, गैंगमैन और इंजीनियरों की टीमों को तत्काल मौके पर रवाना किया गया। टीमों ने सबसे पहले इंजन की स्थिति का निरीक्षण किया और स्टेशन डायरेक्टर को पूरी जानकारी दी।
वायरलेस से दी गई इंजन डिरेल की सूचना
लोको पायलट ने इंजन के डिरेल होते ही ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक इंजन लगभग एक फीट आगे फिसल चुका था। वायरलेस के माध्यम से तुरंत स्टेशन मास्टर, परिचालन प्रभारी और पैनल कक्ष को सूचित किया गया। इसके बाद इंजीनियरिंग विभाग की टीमें हरकत में आईं और इंजन को फिर से पटरी पर लाने की कार्यवाही शुरू की।
डीआरएम मौके पर निरीक्षण में थे, तुरंत दिए निर्देश
घटना के समय उत्तर रेलवे के डीआरएम वाराणसी कैंट स्टेशन पर निरीक्षण में मौजूद थे। जैसे ही उन्हें इंजन डिरेल की जानकारी मिली, उन्होंने अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा और रूट को शीघ्र क्लीयर करने के निर्देश दिए। पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे के कंट्रोल रूमों को भी इस घटना की जानकारी दे दी गई।

ट्रैक की कमजोरी बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ट्रैक पर मौजूद जॉइंट क्लैम्प में पहले से ही दरार थी, जो इंजन के गुजरते ही टूट गई और इंजन पटरी से उतर गया। इंजन के नीचे उतरने से ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है। पटरी की मरम्मत और इंजन को वापस लाने का काम तेजी से चल रहा है।
कुछ गाड़ियाँ रोकी गईं, वैकल्पिक प्लेटफॉर्म से जारी रहा संचालन
स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि घटनास्थल पर इंजीनियरिंग टीम काम में लगी हुई है। प्लेटफॉर्म नंबर 1 और 2 पर आने वाली ट्रेनों को अस्थायी रूप से अन्य प्लेटफॉर्म से निकाला जा रहा है ताकि यात्रियों को अधिक असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि परिचालन सामान्य करने में लगभग एक घंटे का समय लग सकता है।

रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इंजन को पटरी पर लाकर रूट को पूरी तरह सामान्य कर लिया जाएगा। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।