Varanasi: चौबेपुर से बाबतपुर की यात्रा अब जल्द ही सुगम होने वाली है। लंबे समय से प्रतीक्षित कादीपुर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का काम अब निर्णायक चरण में पहुंच गया है। पुल निर्माण का लगभग 70% हिस्सा पूरा हो चुका है और इस महीने के अंत तक भारी स्टील गर्डरों को रखने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, 60 मीटर लंबे स्टील बो-स्टिंग गर्डर को स्थापित करने के लिए दो भारी-भरकम (400-400 टन उठाने में सक्षम) क्रेनों को तैनात किया गया है। एक रेलवे कर्मचारी (Varanasi) ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गर्डर लांचिंग की तकनीकी ड्राइंग को कुछ समय पूर्व रेलवे से स्वीकृति मिली थी और अब काम को आगे बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है।

Varanasi: एक साल लेट हो चुका है प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय के प्रयासों से 51 करोड़ रुपये की लागत में स्वीकृत हुआ था। इसे कार्यदायी संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्यवश परियोजना (Varanasi) अपनी मूल समय-सीमा से एक वर्ष पीछे चल रही है। प्रारंभिक डेडलाइन जून 2024 थी, जिसे अब दो बार बढ़ाया जा चुका है। फिलहाल, नई डेडलाइन सितंबर तय की गई है, और शेष काम—गर्डर लांचिंग और सड़क निर्माण—को पूरा करने में लगभग तीन महीने का समय लगेगा।
इस देरी से स्थानीय जनता में काफी असंतोष है। ग्राम प्रधान जयसु यादव, राघवेंद्र जायसवाल गोलू, पूर्व प्रधान अजीत सिंह, शुभम सिंह, महादेव सेठ, धर्मेंद्र चौबे, मनोज सेठ, मुक्ति मौर्य, अजय गुप्ता अकेला, प्रदीप सोनी और राजू सेठ सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ओवरब्रिज (Varanasi) निर्माण की धीमी गति ने क्षेत्रवासियों को गंभीर दिक्कतों में डाल दिया है। वैकल्पिक रास्ते के अभाव में कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को लंबा चक्कर लगाकर चौबेपुर आना पड़ता है। वहीं किसान फसल कटाई के बाद रेलवे लाइन पार करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।