Varanasi: चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत छितौना गांव में शनिवार सुबह मामूली गोवंश विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। राजभर और क्षत्रिय समुदाय के बीच कहासुनी तलवार, असलहे और लाठी-डंडों की झड़प में तब्दील हो गई। घटना में राजभर समाज के चार और क्षत्रिय पक्ष के एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। हिंसा की शुरुआत उस समय हुई जब संजय सिंह के खेत में एक निराश्रित गाय चली गई।
उन्होंने उसे बाहर निकाला, लेकिन गाय पास के खेत में चली गई, जो छोटू, भोले, गुलाम और सुरेंद्र राजभर का बताया जा रहा है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गाय को फिर से खेत में लाने का आरोप लगाया और बहस इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट और फिर हथियारों से हमला तक पहुंच गया।
बेटी की चीखें भी नहीं रोक पाईं हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब हमलावरों ने तलवार से वार शुरू किया, उस वक्त एक घायल (Varanasi) की बेटी अपने पिता को बचाने के लिए चिल्लाती रही, लेकिन हमलावर नहीं रुके। घायल अवस्था में पांचों को नरपतपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां से उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

मंत्री समर्थकों ने किया थाने पर प्रदर्शन
घटना की जानकारी मिलने के बाद कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर स्वयं बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचे और घायलों से मिलकर घटनाक्रम की जानकारी ली। उनके साथ प्रतिनिधि संजय सिंह, प्रकाश राजभर, गौरव सिंह और सुभासपा के जिलाध्यक्ष उमेश राजभर भी मौजूद रहें। सभी ने थाने (Varanasi) में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कार्यकर्ता बड़ी संख्या में चौबेपुर थाने पर जुटे और सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

varanasi: तीन नामजद, दो गिरफ्तार
मौके पर पहुंचे एडीसीपी नीतू कात्यान, एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह और थाना प्रभारी रविकांत मलिक ने हालात संभाले और तीन नामजद सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस (Varanasi) ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। गांव में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
