पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) से बाहर राज्यों में किया जा रहा है 1000 करोड़ से ज्यादा के जहरीली दवाओं सप्लाई, बिना संरक्षण के नहीं फल-फूल सकता इतना बड़ा खेप, पुलिस की भी है संलिप्तता, लोकसभा में उठाएंगे वाराणसी के कफ सिरप का मामला… उक्त बातें शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चंदौली से सपा सांसद वीरेन्द्र सिंह ने कही। उन्होंने कफ सिरप के मामले मीडिया से बातचीत में कहा कि 1000 करोड़ से ज्यादा जहरीली सिरप जो प्रधानमंत्री मोदी के क्षेत्र से बाहर सप्लाई किया जा रहा। यह बड़ी आश्चर्यजनक बात हैं कि कई वर्षों से इस तरह का अवैध काम सुचारू रूप से किया जा रहा हैं और किसी को इसकी खबर तक नहीं।
Varanasi के कफ सिरप मामले को लोकसभा में उठाएंगे
सांसद वीरेन्द्र सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह बिना संरक्षण के फल-फुल रहा हैं?। क्या इसमें किसी पुलिस की संलिप्तता नही हैं? कौन हैं सफ़ेद पोस के लोग? यह बेनकाब होना बेहद जरुरी हैं। इसी के चलते हमने 377 के अंदर नोटिस दिया हैं। जिसका रिप्लाई मंगलवार या बुधवार तक आ जायेगा और इसके बाद हम इस काफ सिरप के मामले (Varanasi) को लोकसभा में प्रस्तुत करेंगे।
इस दौरान उन्होंने अमित सिंह टाटा की फोटो वायरल होने पर कहा कि यह एक मोहरा हैं ,क्योंकि इसमें लिप्त जो भी राजनीति के लोग या पुलिस हैं उनका सामने आना जरुरी हैं। वहीं लोगों की गिरफ़्तारी को लेकर उनका कहना रहा कहा कि यह सब दिखावा हैं, केवल प्यादों को गिरफ्तार किया जा रहा हैं। उन्होंने आगे कहा कि शुभम जयसवाल (Varanasi) के बाहर भागने की अफवाह फैलाई गई है, सचमुच वह किसी नेता के संरक्षण में हैं।
दूसरी तरह SIR को लेकर सांसद का कहना रहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपना नाम पंजीकृत करवाना हैं। लेकिन सवाल यह उठता हैं कि आप इसके पूर्व कौन-सी सूची का प्रयोग कर रहे हैं। 2003 या 20024 की? उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन को इनकी एफिडेविट देना होगा क्योंकि देश के हर नागरिक का नाम सूची में आना चाहिए, तभी जाकर लोगों को यकीन होगा कि इसमें सभी का नाम आया हैं और वह अपना SIR करवा सकेंगे।
