Varanasi Weather: पिछले पांच दिनों से वाराणसी का तापमान 45 डिग्री के नीचे नहीं आया। इसकी वजह से गर्मी व हीट वेव से लोग बेहाल हो गए हैं। शनिवार को भी पारा सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस अधिक यानी 45.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 32 डिग्री रहा। इससे दिन के साथ ही रात में भी गर्मी से लोग बेहाल रहे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले सप्ताह से मौसम करवट बदल सकता है। बूंदाबादी हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है। वहीं हीट वेव का असर भी समाप्त हो जाएगा।
मई के आखिरी दिनों में नौतपा ने धरती को तपाया। आसमान से ऐसी आग बरसी कि लोग बेहाल हो गए। वैसी स्थिति पिछले पांच दिनों से बनी हुई है। तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। लोग भीषण गर्मी व तपिश से बेहाल हो गए हैं। स्थिति यह है कि दिन में धूप और लू झुलसा रही है। वहीं वार्म नाइट के चलते लोगों की नींद हराम हो रही है। पिछले पांच दिनों से ऐसी स्थिति बनी हुई है। अभी दो-तीन दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहेगी। अगले सप्ताह में 17 जून के बाद मौसम में बदलाव हो सकता है।

Varanasi Weather: 4-5 दिनों में बदल सकता है मौसम
राज्य कृषि मौसम केंद्र लखनऊ के अनुसार आगामी 4-5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। बिहार में मानसून जब आगे बढ़ेगा, तभी इसके यूपी तक पहुंचने की स्थिति स्पष्ट होगी। इसके लिए नमीयुक्त पुरवा हवा का चलना बेहद जरूरी है। हवा के साथ ही मानसून पश्चिम की तरफ आगे बढ़ेगा। हालांकि अभी यूपी हीट वेव की चपेट में है। दिन में 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गर्म पछुआ हवाएं चल रही हैं।

गर्मी लोगों को बीमार कर रही है। वहीं मौतों का सिलसिला भी जारी है। धूप और हीट वेव की चपेट में आने से लोगों को जान गंवानी पड़ रही है। हालांकि इन मौतों की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो रही है। वहीं अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। चिकित्सकों की मानें तो लोग गर्मी से बीमार पड़ रहे हैं। ऐसे में सावधानी बेहद जरूरी है। धूप व लू के दौरान बाहर निकलने से परहेज करें। यदि परिस्थितिवश निकलना पड़े तो पूरी बाह के कपड़े पहनकर और खूब पानी पीकर निकलें। तबीयत बिगड़ने पर घरेलू उपचार की बजाय चिकित्सक की परामर्श लें।
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