Varanasi: चौबेपुर क्षेत्र के सीरिस्ती गांव में एक महिला को उस समय जहरीले सर्प ने डस लिया, जब वह अपने घर के रसोई घर में खाना बना रही थी। सर्पदंश के बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला को जब सांप ने काटा तब वह घर में अकेली थी। चिकित्सा अधीक्षक राजनाथ राम के अनुसार, यदि समय रहते महिला अस्पताल पहुंच जाती तो उसकी जान बचने की संभावना थी।
मिली जानकारी के अनुसार, सीरिस्ती निवासी बाबूलाल कनौजिया की पत्नी गीता देवी को सांप ने उस समय डसा, जब वह घर में खाना बना रही थी। किचन के अलमारी से मसाले का डिब्बा निकालते समय एक सांप ने उसे पैर मे डस लिया।
Varanasi: घटना के समय घर पर अकेली थी गीता
जिस समय यह घटना (Varanasi) घटित हुई, गीता घर पर अकेली थी और काफी बारिश भी हो रही थी। इसी कारण उसने किसी को कुछ नहीं बताया। देर रात जब उनके दोनों बेटे वाराणसी से घर आए तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई। वह तत्काल झाडफ़ूंक कराने कही ले गए थे। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी गीता को होश नहीं आया। इसके बाद महिला को नरपतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

वहीं गुरुवार को चौबेपुर पुलिस (Varanasi) ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्मार्टम हाउस शिवपुर भेज दिया। परिजनों ने बताया कि गीता अपने पीछे 3 बेटे सुमित दिवाकर भैरव और 3 बेटियों करिश्मा रेशमा प्रीतम सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। इनके दो बेटे दो बेटियों की शादी हो चुकी है। पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतिका के पति बाबूलाल कनौजिया नासिक में कपड़े की दुकान पर काम करते थे।
बारिश के मौसम में इसलिए ज्यादा होती हैं घटनाएं
मेडिकल विशेषज्ञ वीर बहादुर सिंह के मुताबिक, सर्पदंश की ज्यादातर घटनाएं बारिश के मौसम में ही होती हैं। इसकी मुख्य वजह है सांपों के बिलों व उनके छुपने के स्थानों पर पानी भर जाता है। ऐसे में सांप छुपने के लिए जगह तलाशते हैं और वे घरों के अंदर भी आ जाते हैं।
ज्यादातर सांप अंधेरे वाली जगह ढूंढते हैं। जहां बड़ी मात्रा में पत्थरों या लकडिय़ों का ढेर लगा हो। सामान्य ग्रामीण इलाकों में घर के आसपास ऐसी स्थितियां रहती हैं जहां सांपों को छुपने महफूज जगह मिल जाती है। जब यहां ग्रामीण (Varanasi) कोई सामान उठाने आते हैं तो वे सर्पदंश का शिकार हो जाते हैं।