Sambhal: जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची प्रशासनिक टीम को देखकर रविवार सुबह माहौल बिगड़ गया। मस्जिद के बाहर भारी भीड़ जुटने के बाद पुलिस पर जमकर पथराव हुआ। स्थिति संभालने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। तीन घंटे तक हिंसा जारी रही, जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
Sambhal:घटनास्थल पर हालात
सुबह 6:30 बजे डीएम और एसपी के नेतृत्व में जामा मस्जिद का सर्वे शुरू होते ही मुस्लिम समाज के लोग विरोध में जुटने लगे। कुछ ही देर में भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने स्थिति काबू करने की कोशिश की, लेकिन तनाव बढ़ता गया। भगदड़ के बीच उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी।
मृतकों और घायलों की स्थिति
हिंसा में तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ गोली लगने से घायल हुए। एसपी समेत 15 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल बताए गए हैं। हालांकि, कमिश्नर अंजनेय सिंह ने दावा किया कि मौत पुलिस की गोली से नहीं, बल्कि हमलावरों की फायरिंग से हुई है।
इंटरनेट बंद और अघोषित कर्फ्यू
हिंसा के बाद अगले 24 घंटे के लिए तहसील क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। तीनों प्रमुख रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। पूरे इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। 12वीं तक के स्कूल 25 नवंबर को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस और प्रशासन के प्रयास
एडीजी रमित शर्मा और आईजी मुनिराज जी मौके पर पहुंचे हैं। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने सड़कों से चार ट्रॉली पत्थर हटाए और क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
Highlights
स्थानीय आक्रोश और प्रशासन का बयान
मृतकों के परिजनों ने पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि उग्र भीड़ की फायरिंग में युवकों की जान गई। एसपी ने कहा, “नेताओं के बहकावे में आकर लोग हिंसा कर रहे हैं। हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” संभल में हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताए जा रहे हैं। पुलिस ने कहा कि दोषियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई होगी।