सावन का महीना आने वाला है ऐसे में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Mandir Rate List) में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए मंदिर में होने वाली आरती के साथ-साथ बाबा के सुगम दर्शन, श्रृंगार व रूद्राभिषेक सभी के टिकट के दामों को बढ़ा दिया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और आरती की नई रेट लिस्ट मंदिर प्रशासन द्वारा जारी कर दी गई है और इस रेट लिस्ट के अनुसार भक्तों को अब आम दिनों की अपेक्षा सावन महीने में दोगुने शुल्क का भुगतान करना होगा।

नई लिस्ट के अनुसार सोमवार को मंगला आरती के लिए श्रद्धालुओं को 2000 रूपये और सोमवार को सन्यासी भोग के लिए उन्हें 7500 रुपये का शुल्क देना होगा। इसके अलावा यदि कोई श्रद्धालु सावन में रुद्राभिषेक कराना चाहता है तो उसके लिए अलग से शुल्क का भुगतान रन होगा।
व्यवस्थाओं और टिकट रेट (Vishwanath Mandir Rate List) बढ़ने को लेकर काशी विश्वनाथ न्यास परिषद् के अध्यक्ष नागेन्द्र पांडेय ने बताया कि सावन महीने में गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है लेकिन व्यवस्था ऐसी की गयी है कि भक्त चारों ओर से जब जल या बेलपत्र गभगृह के बाहर से चढ़ाते हैं वह सीधा बाबा विश्वनाथ को अर्पित हो जाता है।
Vishwanath Mandir Rate List : भीड़ पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए की गयी है बढोत्तरी
काशी विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Mandir) के न्यास अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय ने कहा कि मंदिर प्रशासन की ओर से जारी की गयी लिस्ट का उद्देश्य यही है कि इससे भीड़ पर नियंत्रण किया जा सके और मंदिर की आय भी बढ़े। इसी को ध्यान में रखते हुए शुल्क बढ़ाया गया है। व्यवस्था की दृष्टि से इस कार्य को करना शुल्क को (Vishwanath Mandir Rate List) बढ़ाना कहीं ना कहीं मंदिर प्रशासन की मजबूरी है क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं कि वह इतना शुल्क अदा कर सके ऐसे में मंदिर परिसर में जो भीड़ उमड़ी होती है उसपर नियंत्रण किया जा सकता है।

श्रावण मास भारतीय संस्कृति में भगवान शिव को समर्पित किए जाने वाला महीना है। इसीलिए पूरे देश में बड़े विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक, शिवयात्रा निकाली जाती है और लोग जानते होंगे कि इस महीने में कावर निकलने की भी एक प्रथा है। उन्होंने कहा कि जहां भी भगवान शिव का मंदिर है, जहां भी उनका ज्योर्तिलिंग है वहां कावरिया जल चढ़ाते हैं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि इस बार सावन में काशी विश्वनाथ धाम में शिव पुराण के पाठ का आयोजन किया जाएगा।
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नागेन्द्र पांडेय ने कहा कि कई सालों के बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि अधिक मास लगने से दो महीने का सावन होगा और ऐसे में काशी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है। जहां इस वक्त देढ़ लाख के करीब भक्त काशी आ रहें वहीं सावन में इनकी संख्या दोगुनी-तिगुनी होकर 3 लाख से लेकर 5 लाख हो जाती है। उसी हिसाब से हम तैयारी कर रहें हैं।
श्रद्धालु का कहना रहा कि जिस हिसाब से टिकट के दाम बढ़ाए गए हैं उसे नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। यदि भीड़ बढ़ रही है तो इसकी अलग से व्यवस्था होनी चाहिए ना कि टिकट का रेट बढ़ना चाहिए।
लखनऊ से आए श्रद्धालु अभिषेक ने बताया कि टिकट लेकर दर्शन करने से बााब के सुगम दर्शन प्राप्त होता है और सावन में भीड़ बढ़ने की वजह से यह व्यवस्था या टिकट के रेट (Vishwanath Mandir Rate List) को बढ़ाया गया है। हालांकि यह व्यवस्था नहीं होनी चाहिए लेकिन यदि प्रशासन ने ऐसा किया है टिकट का रेट बढ़ाया है तो उन्होंने कुछ सोच समझ के ही ऐसा किया होगा।

इसके साथ ही टिकट रेट (Vishwanath Mandir Rate List) में की गई इस कदर बढ़ोत्तरी के चलते विपक्ष ने इस मुद्दे को भी राजनीतिक रूख देते हुए इसपर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकनी शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा कि ‘‘भाजपा सरकार से आग्रह है कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन पर शुल्क लगाकर गरीबों, सच्चे भक्तों व आम जनता से उनके दर्शन का अधिकार न छीने। वहीं उन्होंने यह भी लिखा कि भाजपा ने धर्म को व्यापार बना लिया है। निंदनीय!’’
दरअसल, सावन में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Mandir Rate List) में आने वाले श्रद्धालुओं के हुजुम को देखते हुए सुगम दर्शन और आरती की नई रेट लिस्ट मंदिर प्रशासन की ओर से जारी की गई है। इस रेट लिस्ट में शुल्क को को दोगुने से लेकर चार गुना तक बढ़ा दिया गया है। वहीं यह नई रेट लिस्ट सावन माह की शुरूआत यानि की 4 जुलाई से लेकर सावन के अंत यानि की 31 अगस्त तक लागू रहेगी।