Varanasi: बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में शुक्रवार को केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने बरेका द्वारा निर्मित नवीनतम विद्युत रेल इंजन WAP7 को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर बरेका महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी और रेलवे के कई उच्च पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मेक इन इंडिया के तहत बरेका की बड़ी उपलब्धि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” मिशन के तहत भारतीय रेलवे को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बरेका निरंतर योगदान दे रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में बरेका ने 375 लोकोमोटिव बनाकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस सफलता को लेकर बरेका के कर्मचारियों, विशेष रूप से महिला कर्मचारियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।

विद्युत लोकोमोटिव निर्माण में अग्रणी बरेका
बरेका ने 2017 में विद्युत लोकोमोटिव निर्माण की शुरुआत की थी। वर्तमान में यह कारखाना रेलवे के लिए यात्री सेवा हेतु WAP7 और मालवाहक सेवा हेतु WAG9 लोकोमोटिव का उत्पादन कर रहा है। इसके अतिरिक्त, गैर-रेलवे ग्राहकों और अंतरराष्ट्रीय निर्यात के लिए भी लोकोमोटिव निर्माण किया जा रहा है, जिससे बरेका की वैश्विक पहचान मजबूत हो रही है। अब तक बरेका ने कुल 10,588 लोकोमोटिव का निर्माण कर रेलवे के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
Varanasi: वित्त मंत्री ने की तकनीकी विशेषताओं की समीक्षा
निर्मला सीतारमण ने 375वें लोकोमोटिव को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद खुद ड्राइवर कैब में बैठकर इंजन की तकनीकी विशेषताओं की जानकारी ली। इस दौरान बरेका के अधिकारियों और कर्मचारियों की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह और प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के. श्रीवास्तव ने बरेका की उत्पादन प्रक्रिया और तकनीकी नवाचारों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

WAP7 लोकोमोटिव: आधुनिक तकनीक से लैस
WAP7 एक 6000 अश्वशक्ति (HP) का शक्तिशाली विद्युत लोकोमोटिव है, जिसे विशेष रूप से मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए विकसित किया गया है। इसमें Co-Co पहिया विन्यास है, जिसमें प्रत्येक धुरी पर अलग-अलग ट्रैक्शन मोटर लगी होती है, जिससे यह अधिकतम शक्ति और स्थिरता प्रदान करता है।
मुख्य विशेषताएँ:
- गति: अधिकतम 140 किमी प्रति घंटा
- क्षमता: 24 कोच वाली पूरी ट्रेन को खींचने में सक्षम
- रियल टाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम (RTIS): लोकोमोटिव की लाइव ट्रैकिंग सुविधा
- एयर-कंडीशनिंग: गर्मियों में वातानुकूलित कैब और सर्दियों में गर्म हवा की सुविधा
- हेड ऑन जेनरेशन (HOG): ट्रेन के लाइटिंग सिस्टम को चलाने के लिए
- रिजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम: ब्रेकिंग के दौरान गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलकर ग्रिड में वापस भेजता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है।
- होटल लोड सिस्टम: यात्री डिब्बों में रोशनी, पंखे, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग, वातानुकूलन और पेंट्री जैसी सुविधाओं को संचालित करता है।
- सीसीवी ब्रेकिंग सिस्टम: अधिक सुरक्षित और प्रभावी ब्रेकिंग प्रणाली।

बरेका परिसर का गहन निरीक्षण
समारोह से पहले वित्त मंत्री बरेका की विभिन्न निर्माण इकाइयों—लोको फ्रेम शॉप, लोको असेम्बली शॉप, ट्रेक्शन असेम्बली शॉप और लोको टेस्ट शॉप का निरीक्षण करने पहुंचीं। उन्होंने लोको निर्माण प्रक्रिया को बारीकी से देखा और इसकी उन्नत तकनीकों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से कारखाना परिसर की स्वच्छता और अनुशासन की प्रशंसा की।
कर्मचारियों के लिए नई सुविधाएँ: विश्राम गृह और सामुदायिक पार्क का उद्घाटन
वित्त मंत्री ने बरेका परिसर में नवनिर्मित पर्यवेक्षक विश्राम गृह और अमृत कानन सामुदायिक पार्क का भी उद्घाटन किया। यह विश्राम गृह आधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें आरामदायक बेड, ब्रांडेड फर्नीचर और उन्नत शौचालय व्यवस्था मौजूद है। यह कर्मचारियों को कार्य के बाद आराम और ताजगी प्रदान करने के लिए एक उपयुक्त स्थान है।
अमृत कानन सामुदायिक पार्क हरा-भरा वातावरण और स्वच्छता का संदेश देता है, जिससे कर्मचारियों को मानसिक शांति और ताजगी का अनुभव होता है। वित्त मंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास कर्मचारी कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

सम्मान समारोह और प्रमुख उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के सदस्य (कर्षण एवं चल स्टॉक) ब्रज मोहन अग्रवाल और बरेका महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने वित्त मंत्री को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन मुख्य विद्युत इंजीनियर (निरीक्षण) अरुण कुमार शर्मा ने किया।
Highlights
इस भव्य समारोह में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के. श्रीवास्तव, प्रधान वित्त सलाहकार अजय श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद कुमार शुक्ल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त मो. नुरूल होदा, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जनार्दन सिंह, मुख्य सतर्कता अधिकारी अंकुर चंद्रा, उप महाप्रबंधक अनुज कटियार सहित बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।