Weather News: उत्तर भारत में ठंड के बढ़ते असर के साथ कोहरे की घनी परत ने रेल यातायात को गंभीर रूप से प्रभावित करना शुरू कर दिया है। सुबह–सुबह दृश्यता घटने से दिल्ली, मुंबई और सूरत से आने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों की रफ्तार पर रोक लग गई है। वाराणसी में भी शुक्रवार को अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देर बाद पहुंचीं, जिससे यात्रियों को ठंड में इंतजार की परेशानी झेलनी पड़ी।
अधिक गलन और घने कोहरे की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, यह कोहरा आने वाली कड़ाके की सर्दी का संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालय से बर्फीली हवाओं का प्रवाह तेज होने वाला है, जिससे तापमान (Weather News) में अचानक गिरावट दर्ज की जा सकती है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में दिन के समय भी ठंड का प्रभाव बढ़ेगा, जबकि रात और सुबह अधिक गलन और घने कोहरे की संभावना है।
शुक्रवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा। ग्रामीण इलाकों में कोहरे (Weather News) की शुरुआत पहले ही हो चुकी है और सुबह खेतों व सड़कों पर घनी धुंध का असर दिखने लगा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से आने वाले दिनों में ठंड और तेज हो सकती है।
वन्दे भारत समेत कई ट्रेने हुई लेट
बताते चलें कि कोहरे की सबसे ज्यादा मार दिल्ली रूट की ट्रेनों पर पड़ी। आनंद विहार–पाटलिपुत्र फेस्टिवल स्पेशल (04096) दोपहर 1 बजे पहुंचनी थी, लेकिन धुंध के कारण यह ट्रेन लगभग डेढ़ घंटे देर से 2.19 बजे वाराणसी पहुंची। तेज रफ्तार के लिए प्रसिद्ध वंदेभारत एक्सप्रेस (22436) भी कोहरे के कारण प्रभावित हुई और अपने तय समय दोपहर 2 बजे की जगह 2.23 बजे स्टेशन पर पहुंची। वहीं काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस (Weather News) भी शुक्रवार को सामान्य समय 4.40 बजे की बजाय 5.48 बजे बनारस स्टेशन पहुंची। यात्रियों के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर ठंडी हवा और लंबा इंतजार बेहद कष्टदायक साबित हुआ।
दिल्ली के अलावा दक्षिण और पश्चिम भारत की ट्रेनें भी कोहरे (Weather News) का असर झेलती दिखीं। आनंद विहार–पटना स्पेशल (04090) जहां रोज सुबह 3.10 बजे पहुंच जाती है, वहीं शुक्रवार को यह 1 घंटे 50 मिनट लेट होकर 5 बजे पहुंची। लोकमान्य तिलक टर्मिनस से आने वाली कामायनी एक्सप्रेस (11071) भी 35 मिनट देरी से 8.20 बजे पहुंची। सूरत से वाराणसी आने वाली ताप्तीगंगा एक्सप्रेस (19045) भी 30 मिनट देरी से 11.10 बजे स्टेशन पर पहुंची, जिससे यात्रियों में असुविधा और बढ़ गई।

