- जिलाधिकारी ने जब कज्जाकपुरा इलाके में निर्माणाधीन आरओबी लिया जायजा तो खुला मामला
- जिम्मेदार महकमों ने समय रहते न तो मुश्किलें बतायीं, न मीटिंग की और न ही काम में लायी तेजी
सुरोजीत चटर्जी
वाराणसी। जनपद में बीते करीब आठ साल में एकओर जहां दर्जनों परियोजनाएं न सिर्फ समय से पूर्ण कर लोकार्पित की जा चुकी हैं वहीं एक प्रोजेक्ट ऐसा भी है जिसे अमली जामा पहनाने में आ रही बाधाओं को दूर करने की पहल करने के बजाय संबंधित महकमों के जिम्मेदार अफसरों ने लगभग चार महीने से अड़चनों की जानकारी जिला प्रशासन को देने की जरूरत तक नहीं समझी। रिजल्ट यह है कि प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पा रहा है और संबंधित मार्ग पर बीते चार साल से आवाजाही में जनता की फजीहत अलग से हो रही है। गुरुवार को जब डीएम एस. राजलिंगम मौका-मुआयना करने पहुंचे तो अधिकारियों ने लेट-लतीफी के कारण गिनाने लगे।
यह मामला कज्जापुरा क्षेत्र में निर्माणाधीन आरओबी का है। निरीक्षण के लिए पहुंचे जिलाधिकारी ने वस्तु स्थिति जानने के बाद संबंधित अफसरों को जमकर फटकार लगाते हुए चेताया कि यदि जल्द से जल्द कार्य पूर्ण नहीं कराया गया तो कार्रवाई तय है। यह आरओबी उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम बना रहा है। इसकी पाइलिंग का काम बीतके 15 फरवरी तक पूरा होना था। लेकिन मौके पर 226 पाइलिंग में से 22 पाइलिंग अभी तक नहीं हुई है। वहीं, 51 पाइल कैप में से सिर्फ दो पाइल कैप किये गये हैं।

श्री राजलिंगम में जब प्रोजेक्ट में देरी की वजह पूछी तो सेतु निगम, जल निगम, जलकल के अधिकारियों सीवर लाइन शिफ्टिंग, इलेक्ट्रिक लाइन व पोल शिफ्टिंग, मकान तोड़ने आदि में आ रही समस्याएं बताने लगे। डीएम ने हैरानी जतायी कि लगभग चार माह से कार्य में आ रही रुकावट की जानकारी न तो जिला प्रशासन को दी गयी, न ही इस बारे में कोई मीटिंग बुलायी गयी और न तो परियोजना में गति लाने के लिए कोई कोशिश हुई। उन्होंने संबंधित अफसरों की जमकर क्लास लेते हुए फटकारा कि परियोजना को समय से पूरा करने के बजाय आपलोगों ने पब्लिक को चार साल से परेशानी में डाल रखा है।
दिये यह निर्देश
कज्जाकपुरा आरओबी के निरीक्षण के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि सीवर लाइन शिफ्टिंग का कार्य तत्काल आरंभ कराएं। इसके अलावा मकान तोड़ने के लिए डीसीपी काशी को फोर्स उपलब्ध कराने और एसडीएम सदर को तहसील के माध्यम से नाप-जोख कराने के लिए लें। मौके पर एसडीएम स्वयं मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद रहें। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने सारनाथ को रिंग रोड से जोड़ने के लिए बरईपुर सारनाथ डब्ल्यूटीपी के बगल से बनने वाले फ्लाई ओवर स्थल का जायजा लिया।