नतीजों के बीज से फूटेंगे सियासी अंकुर
लखनऊ। वैसे तो राजनीति के रंग ही निराले होते हैं लेकिन इस बार निकाय चुनाव के नतीजों के बाद राजधानी की सियासत पर कुछ नये रंग और चढ़ने वाले हैं। माह भर चली निकाय चुनाव की चहल पहल और जोर आजमाइश अब दुआओं एवं प्रार्थनाओं में तब्दील हो चुकी है। प्रत्याशी अपनी जीत के लिए अब ईश्वर अल्लाह की शरण में जा पहुचे है। वहीं राजनैतिक गणितज्ञों की धुकधुकी भी बढ़ गई है। जिले के तमाम दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव में दांव पर लगी है।कयास बाजी करने वालों की खामोशी में भी इजाफा नजर आ रहा है। निकाय चुनाव में जहां भाजपा,सपा,बसपा,कांग्रेस सहित अन्य दलों के कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा जहां दांव पर लगी है। वहीं इस चुनाव परिणाम के नतीजे कई सियासी कद्दावर नेताओं की राजनैतिक दिशा भी तय करेंगे, कि कौन कितने पानी मे है। आज आने

वाले चुनावी नतीजों के बीज से जिले की सियासी जमीन पर नई राजनीति के अंकुर फूटने वाले हैं। इतना ही नही यह नतीजे कई बड़े नेताओं के रुख को भी तय करेंगे। जो इस वक्त नये दरवाजों की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। इसलिए जनता जनार्दन की ही नही ऐसे नेताओं की निगाहें भी आज आने वाले नतीजों पर गढ़ी हुईं हैं। सूत्रों की बातों पर भरोसा करें तो राजधानी के कई कद्दावर नेता इन नतीजों की डोर पकड़ कर किसी नई रस्सी को थाम सकते हैं। इनमें वह भी शामिल हैं जो इस निकाय चुनाव में बगावत कर नगर निगम में पार्षद,नगर पंचायत में अध्यक्ष व सभासद पद के लिए चुनाव लड़ रहें हैं या फिर उनको अपना सह देकर चुनाव लड़ा रहे हैं।

बसपा प्रत्याशी अब्दुल खालिक गुड्डू के चुवान को लेकर बीएसपी के कद्दावर नेता काकोरी के निवासी पूर्व विधायक मोहम्मद इरशाद खान का राजनीतिक कैरियर दांव पर लगा है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष आलोक वर्मा,पूर्व विधायक प्रत्याशी सत्य कुमार गौतम, पूर्व चेयरमैन नजमी आरफी की प्रतिष्ठा दांव पर है। नगर निगम के न्यू हैदरगंज द्वितीय,लालजी टण्डन,बालागंज,कन्हैया माधौपुर प्रथम,द्वितीय वार्डों के सपा प्रत्याशियों के नाम पर पार्टी की युवा पीढ़ी के कद्दावर नेता मनीष यादव,विधायक अरमान खान,पूर्व सांसद सुशीला सरोज और इनके निजी सचिव अजय सिंह चौहान,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिशंकर यादव,मलिहाबाद विधानसभा महासचिव मुईन खाँ की जहाँ प्रतिष्ठा दांव पर लगी हैं। वहीं कल्याण सिंह वार्ड से सपा प्रत्याशी आशा रावत के चुवान को लेकर मलिहाबाद की पूर्व विधायक प्रत्याशी राजबाला रावत,सपा संस्थापक चौधरी ज्ञान सिंह यादव,पूर्व प्रदेश सचिव रामगोपाल यादव,काकोरी प्रधान संघ अध्यक्ष आनंद यादव,प्रधान रिंकू यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसी वार्ड से भाजपा प्रत्याशी डॉ मोहनलाल पासी के चुवान को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर,विधायक डॉ राजेश्वर सिंह,ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि शिशिर यादव,मण्डल अध्यक्ष रविराज लोधी,कुँवर राजेंद्र सिंह चौहान की प्रतिष्ठा दांव पर है।मलिहाबाद नगर पंचायत से सपा प्रत्याशी हुमैरा खातून के चुवान को लेकर उनके पति पूर्व मंत्री इंशराम अली का तो पूरा राजनीतिक कैरियर ही दांव पर है। लखनऊ जनसंदेश टाइम्स के क्षेत्रिय संवाददाता केशरी राव धारा सिंह यादव का कहना है कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं तो सब ठीकठाक,यदि हार जाते हैं तो उनकी राजनीति में बहुत बड़ी छती मानी जा रही है।

साथ ही उनके चुनाव को लेकर सपा जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत,महासचिव शब्बीर अहमद खान,पूर्व सांसद प्रत्याशी सीएल वर्मा,पूर्व विधायक प्रत्याशी सोनू कनौजिया,कमर खान की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। तो वहीं इस बार सपा का साथ छोड़कर बीएसपी का दामन थामने वाली मौजूदा चेयरमैन बसपा प्रत्याशी असमत आरा खान नाज के चुवान को लेकर उनके पुत्र अहसन अजीज खाँ का पूरा राजनीतिक कैरियर दांव पर लग गया है। साथ ही इनके चुनाव को लेकर पूर्व विधायक प्रत्याशी सत्य कुमार गौतम,विधानसभा अध्यक्ष आलोक वर्मा,मकसूद हसन खाँ सहित कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। लोकसभा और विधानसभा में किसका टिकट कटता है और किसका पक्का होता है। सब कुछ आज आने वाले नतीजों पर ही लगभग निर्भर है। कई सियासतदानों के चेहरे पर से दोहरे चेहरे का नकाब भी हट सकता है। नगर पंचायत काकोरी व मलिहाबाद में सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को तो अपनी पार्टी के जुम्मेदार लोगों के कोप भाजन का अंदर ही अंदर शिकार होना पड़ा। यदि वह चुनाव जीतते हैं तो प्रत्याशी की किस्मत और सत्ता रूढ़ दल की अच्छी छवि का ही नतीजा हो सकता है।
sudha jaiswal