लखनऊ । सीखने का सबसे अच्छा तरीका उन लोगों के साथ रहना है जो आपसे अलग हैं। विविधता और समावेशन हमारे अभिन्न अंग हैं। खुद को दूसरों के द्वारा कायाकल्प होने दें। यह बाते शनिवार को जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट लखनऊ में आयोजित 17वें वार्षिक आईआईसी कान्फ्रेंस में अभिनेता और एविड माइनर के संस्थापक आशीष विद्यार्थी ने कही। इस वर्ष आईआईसी सम्मेलन का विषय था डाइवर्सिटी एंड इन्क्लुशन ऐज ड्राइवर्स आॅफ बिजनेस ग्रोथ। उन्होंने कहा कि लोगों के दो समूह हैं जो मेरे प्रकार और मेरे प्रकार नहीं हैं और दुनिया तब शुरू होती है जब आप अपने प्रकार के लोगों के क्षेत्र से बाहर आते हैं।
दुनिया को आपको बदलने दें और फिर आप दुनिया को बदल सकते हैं। यह पूछने के बजाय कि मैं कहां से आया हूं। हमेशा पूछें कि मैं कहां रहना चाहता हूं। जयपुरिया की निदेशक डॉ. कविता पाठक ने कहा कि विविधता और समावेशन अत्यधिक महत्वपूर्ण संवाद हैं। निदेशक गूगल पे पुलकित त्रिवेदी ने कहा कि विविधता केवल एक नैतिक चीज नहीं है, यह व्यवसाय में सही रचनात्मकता प्राप्त करने के बारे में भी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि व्यवसाय अपेक्षित दर से बढ़ रहा है। सीईओ अजियो बिजनेस रिलायंस रिटेल लिमिटेड बुर्ली फणेन्द्र ने कहा कि मूल रूप से लोग अपनी अक्षमताओं को छिपाते हैं। क्यों? क्योंकि वे सोचते हैं कि उन्हें अवसर नहीं मिलेंगे। कान्फ्रेंस में शिरोज, सनतकदा, नवसृजन स्कूल, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन, जूट फॉर लाइफ, साराह फातिमा डिजाईन, फूल, रोबोज इन और लुलु हाइपर मार्केट की तरफ से आये उनके प्रतिनिधियों को विविधता और समावेश कैटेलिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
sudha jaiswal