लखनऊ। चलती ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों से जुर्माना भर कर रेलवे की आय में अहम भूमिका निभाने वाले टीटीईयों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसा ही मामला उजागर हुआ पूर्वोत्तर रेलवे के टिकट चेकिंग विश्राम गृहों में टीटीई को मैली चादर और गंदा तकिया दिया जा रहा है। कुछ विश्राम गृहों में भोजन के इंतजाम तक नहीं है। इस कारण टीटीई को बाहर का दूषित खाना खाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। इस संबंध में एक पत्र गोरखपुर क्षेत्र के सांसद रवि किशन शुक्ला ने पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को भेजा है। पत्र में वाराणसी मंडल के छपरा विश्राम गृह में, इज्जतनगर मंडल के काठगोदाम में कोई व्यवस्था नहीं होने का जिक्र किया गया है। इसके अलावा मथुरा में एसी न होने के कारण और लखनऊ में कुछ रूमों में एसी खराब होने के कारण इस भीषण गर्मी में ड्यूटी से विश्राम गृह आने वाले टीटीई को आराम नहीं मिल रहा। जोकि बहुत ही अफसोस जनक है।
तमाम शिकायतों के बाद भी लापरवाही
तमाम आवेदन और शिकायतों के बावजूद रेलवे प्रशासन का समस्याओं के निस्तारण में रुचि न लेना बेहद चिंताजनक और निंदनीय है। ऐसे में टीटीई के लिए रेस्ट हाउस लखनऊ, गोरखपुर, छपरा मथुरा में रेलवे बोर्ड के मानक अनुरूप सुविधाएं और सब्सिडी युक्त भोजन की व्यवस्था उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर हुए अवगत कराने की बात कहीं गई है।