लखनऊ। आईटी सेक्टर में यूपी के अंदर 3.30 लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा। इसमें करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा। शुक्रवार को इवेस्टर समिट के दौरान यूपी डिजानिंग एंड मैनूफेक्चरिंग इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड विषय पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी दी गई। आईएस और आईटी और इलेक्ट्रानिक डिपार्टमेंट के विशेष सचिव अक्षय त्रिपाठी ने यह जानकारी दी। यूपी आने वाले दिनों में सेमी कंडक्टर का हब बनने जा रहा है। पूरी दुनिया में जहां सेमी कंडक्टर की कमी है, उस बीच यूनी में लखनऊ, नोएडा और कानपुर उसके हब बनेंगे। मौजूदा समय 60 फीसदी भारत के मोबइल फोन का उत्पादन यूपी में होता है। अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि आईटी और इलेक्ट्रानिक सेक्टर में 145 एमओयू साइन हुए है। इससे करीब 3.30 लाख रुपए का निवेश आते जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसमें सबसे ज्यादा निवेश सेमी कंडक्टर के क्षेत्र में आने की उम्मीद है। यहां से करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इसमें करीब 10 लाख से ज्यादा नौकरियां मिलेगी। यूपी सरकार के मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि 2027 तक एक ट्रिलियन डॉलर की एकानमी बनने का लक्ष्य बनाया गया है। इसमें डिजिटल व्यवस्था का महत्व होगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल परिकल्पना और पारदर्शिता हमारा आधार है। बताया कि हम बुनियादी ढांचे में सुधार कर रहे हैं। बताया कि हमने पिछले दिनों अपनी नीति में को संशोधित किया है। सरकार ने सेमी कंडक्टर निवेश के लिए आउट रीच प्रोजेक्ट चलाए हैं। समृद्ध इको सिस्टम बना रहे हैं । हम अवसरों को बाहर नहीं जाने देंगे।
नीति आयोग के सीनियर एडवाइजर संजीत सिंह ने बताया कि हम अपनी इच्छा से अपने रास्ते चुन रहे हैं। पिछले कुछ साल में महामारी ने दुनिया में बहुत कुछ बिगड़ दिया। मगर भारत ने सबसे अच्छी तरह से वापसी की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भारत ने एक ऐसा बजट दिया है, जिसको पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने कहा कि भारत बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी। मौजूदा समय यूपी बहुत ही अच्छा काम कर रहा है। प्रदेश बढ़ेगा तभी भारत बढ़ेगा। उत्तर प्रदेश ने दिखाया है कि यूपी आगे बढ़ रहा है। रेल, रोड और हवाई यात्रा करना आसान हुआ है। कारोबार करना आसान हुआ है। उत्तर प्रदेश में प्लान आॅफ एक्शन साफ है। इन्हीं पॉलिसी की वजह से इन्वेस्टमेंट बढ़ रहा है।