त्रिफला का सेवन वात,पित्त व कफ दोष को संतुलित करने में सहायक होता है
हाइलाइट्स
कब्ज दूर करे
आंखों की रोशनी बढ़ाये
रोग-प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाये
शरीरिक कमजोरी दूर होती है
वजन कम करे
त्रिफला का सेवन वात,पित्त व कफ दोष को संतुलित करने में सहायक होता है। इससे आप कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं से बचे रह सकते है,आपको जनकर आश्चर्य होगा की आयुर्वेदिक दवाओं की किताब चरक संहिता में भी सबसे पहले अध्याय में ही त्रिफला का सेवन के बारे में उल्लेख किया गया है। डायबिटीज़,हाई कोलेस्ट्रोल,हाई ब्लड प्रेशर या पेट की कोई भी बीमारी हो कब्ज, अपच,एसीडिटी,ब्लोटिंग किसी भी तरह की समस्या हो त्रिफला का सेवन रामबाण की तरह काम करता है।

मोटापा,पेट के अल्सर,बालों के खराब होने और समय से पहले बाल सफेद होने तक इन सबसे त्रिफला का सेवन कर इन सब समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके अलावा यह स्किन की समस्याओं का भी समाधान करता है।चेहरे की झुरियां,दाग-धब्बे और मुहासों को भी दूर करने में भी त्रिफला का सेवन बहुत सहायक होता है। जोड़ों के दर्द या गठिया में त्रिफला बहुत फायदेमंद है,ये आंखों के लिए टॉनिक का काम करता है।
त्रिफला बनाने का तरीका –
त्रिफला बनाने का सही अनुपात यह होना चाहिए 1:2:3 यानी 1 हरड़,2 बहेड़ा और 3 आंवला मतलब अगर आपको 100 ग्राम त्रिफला बनाना हो तो 20 ग्राम हरड़,40 ग्राम बहेड़ा और 60 ग्राम आंवला। अगर साबुत मिल जाये तो पीस लेना है और यदि चूर्ण मिले तो इसे मिला लेना है। सुबह अगर हम त्रिफला लेते है तो उसे हम पोषक कहते है क्यूं कि सुबह त्रिफला लेने से शरीर को पोषण मिलता है जैसे शरीर में विटामिन,आयरन,कैल्शियम,माइक्रो न्यूट्रीएट्स की कमी को पूरा करता है,इसके साथ ही एक स्वस्थ्य व्यक्ति को त्रिफला खाना चाहिए, सुबह जो त्रिफला खाये तो गुण के साथ खायें।

रात में जब त्रिफला लेते है तो उसे रेचक कहते हैं क्यूंकि रात में त्रिफला लेने से पेट की सफाई यानी कब्ज इत्यादि की समस्या का निदान होता है।आप चाहे तो त्रिफला के चूर्ण का सेवन लगातार कर सकते है।रात में त्रिफला हमेशा गर्म दूध के साथ लेना चाहिए।
त्रिफला का सेवन करने के फायदे –

कब्ज दूर करे
त्रिफला सेवन करने से शरीर में होने वाली कब्ज की समस्या को दूर करने में बहुत ही फायदेमंद है। रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने दूध के साथ या फिर एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज की परेशानी दूर होने लगती है।
आंखों की रोशनी बढ़ाये
इसके सेवन से हमारी आंखों की रोशनी में अचानक वृधि होने लगती है यानी आंखों की रोशनी तेज होने लगती है। एक चम्मच त्रिफला चूर्ण, 10 ग्राम गाय का घी और 5 ग्राम शहद एक साथ मिलाकर अगर आप इसका सेवन करें तो आंखों की समस्या जैसे की मोतियाबिंद,आंखो से कम दिखना,धुंधला दिखना,दूर-पास का न दिखना,आंखों से पानी आना,आंखे लाल होना, आंखों की समस्त बीमारी दूर करने में ये सहायता करता है।
रोग-प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाये
त्रिफला नियमित सेवन करने से शरीर में रोग-प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण होता है और अन्य बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान होती है।जो भी बार-बार बीमार पड़ते हों या जिन्हे सर्दी-खासी रहती हो वो त्रिफला के चूर्ण का सेवन जरूर करें।
शरीरिक कमजोरी दूर होती है
इसका सेवन करने से हमारी शरीरिक कमजोरी दूर होती है ये हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा और लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा को बढ़ाता है जिससे शरीर में कमजोरी महसूस नही होती।
वजन कम करे
यदि आपको अपना वजन कम करना हो तो त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन करें इसको खाने से शरीर का एक्सट्रा फैट कम होता है जिससे आपको मोटापे की समस्या नही होती और वजन कंट्रोल में रहता है।