शिक्षक दिवस में राष्ट्र के उत्थान की परिकल्पना शिक्षकों के बिना संभव ही नहीं : कर्नल राजेश राघव
लखनऊ। सरोजनीनगर स्थित उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल में मंगलवार को शिक्षक दिवस समारोह काफी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ ही दीप प्रज्वलन कर की गई। कार्यक्रम में स्कूल के प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव ने छात्र सैनिकों को सीख देते हुए कहा कि छात्रों के लिए यह जरूरी है कि वह सदैव शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान की भावना बनाए रखें।

उन्होंने कहा कि पूरे विश्व के उत्थान और विकास में शिक्षकों की भूमिका अभूतपूर्व होती है। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ समाज का निर्माण करने में शिक्षक की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए शिक्षक दिवस पर सभी लोग संकल्प लें कि राष्ट्र निर्माण की नींव को और अधिक शख्त बनाने में हम सब अपना पूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राष्ट्र के उत्थान की परिकल्पना शिक्षकों के बिना संभव ही नहीं है। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सविता राघव ने कहा कि आज के व्यावसायिक समाज में शिक्षकों की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि छात्रों में जीवन मूल्यों का समावेश देश एवं समाज के प्रति अपने कर्तव्य के प्रति जागरूकता की आज महत्ती आवश्यकता है और हमारे शिक्षक इसमें अपना बड़ा योगदान दे सकते हैं। शिक्षक दिवस में छात्र सैनिकों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमें बालिका छात्र सैनिक संस्कृति राय और आध्या रमण ने अपने संबोधन से लोगों का मनमोह लिया। वहीं कक्षा 6 के छात्र सैनिकों ने शिक्षा की प्राचीन से आधुनिकतम शिक्षा व्यवस्था पर आधारित लघु नाटिका मंचित की। कक्षा 9 की बालिका छात्र सैनिकों ने नृत्य नाटिका के माध्यम से भगवान गणेश की वंदना प्रस्तुत की।

जबकि कक्षा 10 की बालिका छात्र सैनिकों ने राजस्थानी रंग बिखेरते हुए मनोहारी नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। तपस्या यादव, श्रृष्टि भास्कर और मंशिका के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में काउंसलर छवि सिन्हा सहित स्कूल के सभी अध्यापक -अध्यापिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।
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