उत्पीड़न, कटौती नहीं रोकी गई तो सड़क पर उतरेंगे रोडवेज कर्मचारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश रोड़वेज कर्मचारी संघ की बैठक मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमाकान्त सचान समेत सभी पदाधिकारियों ने कई मुद्दो पर चर्चा की। बैठक में परिवहन निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार और अल्पवेतन भोगी संविदा कार्मिकों की अनावश्यक कटौती सहित पिछले दिनों हैक हुई टिकटिंग व्यवस्था में किसी जिम्मेदार अधिकारी पर कोई कार्रवाई न होने निगम को हुई आर्थिक हानि का कोई ब्यौरा एकत्रित न करने पर रोष जताया गया। निगम में व्याप्त अनियमिताएं, भ्रष्टाचार और कर्मचारियों के उत्पीड़न सम्बंधी विस्तारित पत्र मुख्यमंत्री परिवहन मंत्री और प्रमुख सचिव सहित प्रबंध निदेशक रोड़वेज को भेजा गया।
संघ की ओर से प्रेषित पत्र के सापेक्ष अगर 15 दिनों में उत्पीड़न और अनावश्यक कटौती नहीं रोकी गई तो संघ, मजदूर महासंघ के साथ मिलकर सड़क पर उतरेगा। परिवहन निगम अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 की अवधि में 200 करोड़ से अधिक की हानि की स्थिति में पहुंच गया। लेकिन इस हानि का ठीकरा भी अप्रत्यक्ष रूप सक कार्मिकों पर फोड़ा जा रहा है। इसी तरह किसी भी डाटा सिस्टम की हैकिंग न हो इसके लिए सिस्टम का अनुबन्ध करने के लिए प्राइवेट कम्पनी को भारत सरकार से अनुबन्ध करना होता है। उसके क्लियरेंस के बाद ही यह परिवहन निगम में लागू होना था लेकिन लेनदेन करके इस अनुबन्ध को छोड़ दिया गया। संघ की बैठक का संचालन महामंत्री सत्यनारायण यादव ने किया। बैठक में मौजूद प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल वाजपेई, क्षेत्रीय अध्यक्ष अगारा रमाकान्त त्यागी, क्षेत्रीय मंत्री कानुपर अजय दीक्षित, क्षेत्रीय अध्यक्ष बरेली विजय प्रकाश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष अरूण तिवारी ने एक स्वर में 15 दिनो में कार्रवाई न होने पर सड़क पर उतरने का ऐलान किया।
sudha jaiswal