गाजियाबाद। में महाशिवरात्रि पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। प्राचीन दूधेश्वरनाथ मंदिर पर प्रमुख जलाभिषेक होगा। यहां कई जिलों के शिव भक्त जलाभिषेक करेंगे। श्रद्धालुओं का मंदिर पर आगमन प्रारंभ हो गया है। इधर, पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा से लेकर वाहनों के रूट डायवर्जन का ब्लू प्रिंट जारी कर दिया है। दूधेश्वर नाथ मंदिर के प्रमुख महंत नारायण गिरी ने बताया कि जलाभिषेक शुक्रवार रात 12 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। नगरायुक्त नितिन गौड़ ने बताया कि कांवड़ियों के अलावा अन्य श्रद्धालुओं के लिए भी गंगाजल की व्यवस्था मंदिर परिसर में नगर निगम की तरफ से की जाएगी।
18 फरवरी को जलाभिषेक संपन्न होने तक गाजियाबाद में गऊशाला फाटक के दोनों मार्गों पर दूधेश्वरनाथ मंदिर की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का संचालन प्रतिबंधित रहेगा। मोहननगर से लालकुआं की तरफ जाने वाले भारी-कॉमर्शियल वाहन हापुड़ तिराहा की तरफ नहीं चल पाएंगे। ये वाहन राजनगर एक्सटेंशन या हापुड़ चुंगी से होकर निकलेंगे। हापुड़ तिराहा से घंटाघर की तरफ जाने वाले सभी छोटे वाहनों का संचालन घंटाघर की तरफ प्रतिबंधित रहेगा। ये वाहन हापुड़ तिराहा से पुराना बस अड्डा होकर निकलेंगे। मेरठ तिराहा से लालकुआं की ओर आने-जाने वाले सभी छोटे वाहन ठाकुरद्वारा (हापुड़ तिराहा) फ्लाईओवर का प्रयोग कर अपने गंतव्य को निकलेंगे।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी. ने गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वरनाथ मंदिर का भ्रमण करके सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा, महाशिवरात्रि पर्व के दौरान यहां ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी की जाये। सुरक्षा में लगे कर्मचारियों पर बॉडी वार्न कैमरे हों। ड्यूटीरत सब इंस्पेक्टरों पर वायरलैस सेट रहे। मंदिर के बाहर एंबुलेंस, पोर्टेबल टॉयलेट, एंट्री गेट पर मेटल डिटेक्टर मशीन की व्यवस्था की जाए।
by-sudha jaiswal