लखनऊ। निर्भया फंड से महिला बाल विकास मंत्रालय ने रोडवेज बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए 83 करोड़ 40 लाख रुपये का फंड दिया था। इन पैसों को 31 मार्च 2023 तक खर्च करना था। इनमें 31 करोड़ खर्च करके 50 पिंक बसें और 24 इंटरसेप्टर वाहन खरीद लिए बाकी 50 करोड़ रुपये का फंड कहीं वापस न चला जाए।
रोडवेज अफसरों ने आनन-फानन में 50 करोड़ रुपये से बसों में वीटीएस लगाने की मंजूरी देकर टेंडर जारी कर दिया।
बता दें कि बीते 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में एक युवती से बस में हुई दर्दनाक घटना के बाद बसों में महिला सुरक्षा के लिए निर्भया फंड बना। इसके तहत रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन और वीटीएस यानी व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगेगा। इसके लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे बस के भीतर हर हरकत को कैमरा कैद करेगा। मदद के लिए यात्री पैनिक बटन का इस्तेमाल करेंगे फिर वीटीएस से बसों की लोकेशन पता करके मौके पर पुलिस पहुंचेगी।
यजुवेंद्र सिंह, प्रधान प्रबंधक (आईटी)परिवहन निगम मुख्यालय, लखनऊ ने बताया कि निर्भया फंड के तहत बसों में पैनिक बटन और व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगेंगे। सर्वर का खर्च निजी कंपनी को देना होगा। इस फंड से 100 बस स्टेशनों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी जिन पर महिला सुरक्षा से संबंधित संदेश प्रसारित होंगे।
sudha jaiswal