लखनऊ। दुनिया के 10 सबसे बड़े स्कूलों में लखनऊ का सिटी मोन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) पहले पायदान पर है जबकि अन्य स्कूलों में जर्मनी का श्लॉस सलेम स्कूल, नीदरलैण्ड का डी क्लेन कैपिटिन स्कूल, रूस का जिलआर्ट स्कूल, इंग्लैण्ड का क्वीन एथेलबुर्गा कालेज, अमेरिका का टेरासेट एलीमेन्ट्री स्कूल, संयुक्त अरब अमीरात का इण्टरनेशनल स्कूल, इंग्लैण्ड का चार्टर हाउस स्कूल एवं अमेरिका का वाटरशेड स्कूल शामिल है। खास बात यह है कि न सिर्फ क्षेत्रफल के आधार पर अपितु छात्र संख्या व सर्वोत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने में भी सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ दुनियॉ का सबसे बड़ा स्कूल है। वर्ष 2001 में सीएमएस को सर्वाधिक छात्र संख्या के आधार पर विश्व के सबसे बड़े स्कूल के तौर पर गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया था, यह रिकार्ड आज भी कायम है।
सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने एक अनौपचारिक वार्ता में बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल आज लखनऊ में अपने 21 कैम्पसों के साथ 62 हजार से अधिक छात्रों का सर्वांगीण विकास कर रहा है, जो कि विश्व में एक रिकार्ड है।

ताईक्वाण्डो चैम्पियनशिप में सीएमएस छात्रों ने जीते चार गोल्ड मेडल
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक कैम्पस के तीन प्रतिभाशाली छात्रा नविता भारती, अब्दुल मलिक खान एवं वजीह हैदर रिजवी ने द्वितीय ओपेन स्टेट ताइक्वान्डो चैम्पियनशिप में चार गोल्ड मेडल जीतकर अपनी खेल प्रतिभा का परचम लहराया है एवं विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है। यह चैम्पियनशिप नीलदीप एकेडमी, जौनपुर, उप्र में आयोजित हुई, जिसमें नविता भारती ने अण्डर-49 किग्रा भार वर्ग में दो गोल्ड मेडल जबकि अब्दुल मलिक खान ने अण्डर-35 किग्रा भार वर्ग में एवं वजीह हैदर रिजवी ने अण्डर-30 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है।
sudha jaiswal