मंडलीय कार्यालय के सभागार में संरक्षा संबंधी बैठक का आयोजन
लखनऊ। उत्तर रेलवे के लखनऊ स्थित मंडलीय कार्यालय के सभागार में डीआरएम सुरेश कुमार सपरा की अध्यक्षता में संरक्षा संबंधी एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संरक्षा संबंधी अनेक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर गहनता पूर्वक विचार विमर्श करते हुए डीआरएम द्वारा सिग्नल मैन्टैनेर्स एवं सिग्नल निरीक्षकों के साथ संवाद स्थापित करते हुए संरक्षा संबंधी कार्यों की समीक्षा की गयी तथा इस विषय में आवश्यक सुझाव एवं निर्देश पारित किये गये। सभा में मुख्य रूप से सिग्नलिंग प्रणाली की कार्यपद्धति पर प्रमुखता से चर्चा करते हुए रेलों के कुशलतापूर्वक एवं संरक्षित संचालन में सिग्नलिंग कार्य के महत्व इसका आधुनिकीकरण और इसके सुनियोजित तथा क्रमबद्ध कार्य स्वरुप जैसे अनेक मुद्दों पर क्रमवार मंथन किया गया। बैठक में एडीआरएम जयन्त चौधरी एवं अश्वनी श्रीवास्तव सहित संरक्षा से जुड़े विभागों के शाखाध्यक्ष, अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
डीआरएम ने महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला
अगर मेंटेनेंस करना है तो ब्लॉक या डिस्कनेक्शन होना चाहिए एवं रिकनेक्शन कार्य पूर्ण रूप से संतुष्ट होने पर ही फिटनेस दी जाए।कर्मचारियों को अपने कार्य में शॉर्टकट का सहारा कदापि नहीं लेना चाहिए।उपकरणों का उचित रख-रखाव एवं उनकी कार्यदक्षता शत प्रतिशत होनी चाहिए। उपकरणों एवं सिग्नलिंग संयंत्रों में किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर उसे तत्काल दूर किया जाए।सिग्नलिंग कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता या कमी होने पर तत्काल इसकी सूचना सम्बंधित अधिकारियों को देकर उसका निदान किया जाए।सिग्नलिंग कार्यों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए। सिग्नलिंग कर्मचारी अपने कार्य को पूर्ण सजगता,जागरूकता एवं निष्ठापूर्वक करें एवं इस विषय में निर्धारित प्रक्रियाओं का समुचित पालन सुनिश्चित किया जाए। वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान करें। कार्यप्रणाली में किसी भी प्रकार की चूक संभव न हो एवं संरक्षा के सम्बन्ध में सिग्नलिंग के समस्त कार्यों को निर्धारित मानदंडों के साथ किया जाए।
sudha jaiswal