आगरा के कोठी मीना बाजार में श्रीराम कथा करते जगदगुरु रामभद्राचार्य
आगरा। तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने शुक्रवार को आगरा में जगदगुरु ने कहा कि समान नागरिक संहिता भी लागू होनी चाहिए। भारत में जितने लोग हैं सभी के लिए एक नियम होना चाहिए। उन्होंने कहा हिंदुत्व को देव मानो, भारत को राष्ट्र मानो जिसे अब भारत में रहना होगा, उसको जय श्रीराम कहना होगा। रामभद्राचार्य ने कहा- अब कोई ये नहीं कह सकता है कि वंदे मातरम नहीं कहेंगे। भारत में रहना होगा, तो वंदे मातरम कहना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि साईं बाबा भगवान नहीं संत हैं। जगदगुरु रामभद्राचार्य आगरा के कोठी मीना बाजार में श्रीराम कथा के चौथे दिन बोल रहे थे। संविधान पर भी सीता राम का चित्र स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा- डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान के पहले पन्ने पर भी सीता राम का ही चित्र था। जिस पर 100 लोगों के हस्ताक्षर हुए। हम 2000 साल सोते रहे। विदेशी लोगों ने हमारा सर्वनाश कर दिया। इसी आगरा के कोठी मीना बाजार में अकबर ने सब्जियों की तरह महिलाओं की मंडी लगा दी। अब राम नाम से हमारी नींद खुल गई है। स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कथा में कहा कि अपनी माता और अपनी जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ होती है। माता हमारी स्वर्ग से भी बड़ी है, इनका अपमान करके कोई भी सुखी नहीं रह सकता।
sudha jaiswal