बिहार में शराब बंदी है। इसके बावजूद बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई। जहां मंगलवार देर रात अस्पताल में भर्ती 5 लोगों ने दम तोड़ा। वहीँ बुधवार को तड़के सुबह 5 और लोगों ने दम तोड़ दिया। 7 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोयला इलाके में बड़ी मात्रा में शराब बनती और बिकती है। इसी गांव में 17 लोगों ने शराब पिया था। जिसके बाद उनकी हालत गंभीर देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन 17 लोगों में 10 लोग दम तोड़ चुके हैं। वहीं 7 की हालात गंभीर बनी हुई है। शराब पीने वाले सभी व्यक्ति एक किलोमीटर के दायरे में रहने वाले हैं।
प्रशासन के ओर से शराब पीने से मौत की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन आसपास के लोगों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। जिसके बाद उनकी हालत ख़राब हुई।
घर लौटने पर तबियत हुई ख़राब
परिवार ने बताया कि सभी ने शराब पी थी। जैसे ही घर लौटे तो कुछ देर बाद तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक से तेज बुखार चढ़ गया। उल्टियां होने लगीं। पेट दर्द की शिकायत होने लगी। अस्पताल ले जाने के दौरान ही 3 लोगों की मौत हो चुकी थी। बाकी की इलाज के दौरान मौत हुई है।
बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा
लोगों की माने तो मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जहरीली शराब की भनक प्रशासन को लगते ही सदर अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया। देर रात तक पुलिसकर्मी और प्रशासनिक पदाधिकारी भाग-दौड़ करते देखे गए। हालांकि, जहरीली शराब के सेवन पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे हैं।
जीना मरना चलता रहता है
बता दें कि बिहार में शराब बंदी है। लेकिन इसके बावजूद ऐसी अप्रिय घटना घटी। इससे पूर्व कुछ ही दिनों पहले बिहार राजद के नेता व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने शराब को लेकर विवादित बयान दिया था। राजद नेता ने कहा था कि जीना मरना चलता रहता है। बिहार के लोग शराब बंदी के लिए तैयार नहीं हैं। बिहार में शराब भगवान की तरह है। दिखती कहीं भी नहीं, लेकिन मिलती सब जगह है।