यात्रियों को 3 थर्ड एसी इकोनॉकी कोच में बेडरोल भी मिलेगा
लखनऊ। रेल प्रशासन अपनी लंबी दूरी की ट्रेनों में एसी थर्ड कोच को हटाकर एसी थ्री टियर इकोनॉमी कोच लगाने का निर्णय लिया है। इसके पीछे वजह यह है कि एसी थर्ड कोच में 72 सीटें होती हैं, जबकि एसी 3-टियर इकोनॉमी में 80 सीटें होती हैं। ऐसे में रेल यात्रियों को कम किराये में 80 सीटों वाली एसी थ्री टियर इकोनॉकी सीट की सौगात देगा। जिसमें यात्रियों को बेडरोल की भी सुविधा मिलेगी। इन कोचों में यात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल फोन और मैगजीन होल्डर, फायर सेफ्टी के लिए आधुनिक इंतजाम किए गए हैं।
थर्ड एसी और एसी इकोनॉमी में किराये का अंतर वापस होगा
जिन यात्रियों ने 22 मार्च के बाद एडवांस में ट्रेन के थर्ड एसी कोच में सीटें बुक कराई है, उन्हें तृतीय श्रेणी इकोनॉकी कोच में सफर करने का मौका मिलेगा। ऐसे में आईआरसीटीसी द्वारा बुक किए गए ई टिकटों का पैसा स्वत: वापस होगी और काउंटर से बुक टिकट में किराये का अंतर नियमानुसार वापस होगा।
एसी थ्री इकोनॉकी क्लास से 231 करोड़ की कमाई की
रेलवे ने एसी थ्री टियर इकोनॉमी क्लास से पहले साल में 231 करोड़ रुपये की कमाई की थी। आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-अगस्त, 2022 तक इन कोचों में 15 लाख लोगों ने यात्रा की, जिससे रेलवे को 177 करोड़ रुपये की आमदनी हुई।
रेलवे थर्ड एसी की तरह एसी थ्री इकोनॉमी कोच लगाने का काम कर रही है। यह लोगों के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। रेल यात्री इसके तहत कम किराये में एसी का मजा उठा सकते हैं। एडंवास में बुक कराए गए टिकट के किराये में जो अंतर होगा वह यात्रियों को वापस होगा।
पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय
sudha jaiswal