- यूपी कॉलेज (UP College) में आयोजित इस कार्यक्रम में कई हजार प्रतिनिधि शामिल हुए
- नई शिक्षा नीति आर अन्य मुद्दों पर की गयी चर्चा
- कार्यक्रम उदय प्रताप इंटर कॉलेज (UP College) के राजर्षि सभागार में आयोजित किया गया
किसी भी राज्य का उद्भव उसके अपने सांस्कृतिक यात्रा के बिना संभव नहीं, जब किसी समाज का निर्माण जब उसकी संस्कृति के गर्भ से होता है तभी वह सार्थक समाज बनती है। यह उक्त बातें भारतीय शिक्षा परिषद के पूर्व आई.ए.एस अध्यक्ष नागेन्द्र प्रसाद ने उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के 57वें राज्य सम्मेलन एवं शिक्षण गोष्ठी के दौरान कही।

वाराणसी में पूर्व सदस्य विधान परिषद व उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह की अध्यक्षता में इसका आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आज पहला दिन यानि की उद्घाटन कार्यक्रम रहा जो उदय प्रताप इंटर कॉलेज (UP College) के राजर्षि सभागार में आयोजित किया गया। जहां प्रदेश के कई हजार प्रतिनिधि शामिल हुए और उन्होंने नई शिक्षा नीति के साथ साथ पेंशन व्यवस्था व अन्य कई समस्या को साझा कर उसका निवारण प्राप्त किया।
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इस सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षा परिषद के पूर्व आई.ए.एस अध्यक्ष नागेन्द्र प्रसाद ने शिरकत किया। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में विधान परिषद की सदस्य अन्नपूर्णा सिंह ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण मौजूदगी दर्ज कराई।

UP College में आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंचे नागेन्द्र प्रसाद :
कार्यक्रम के बारे में मुख्य अतिथि नागेन्द्र प्रसाद ने बताया कि यह कार्यक्रम मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा संघ के एक शैक्षिणिक शिविर के रूप में आयोजित किया गया है। मेरा इसमें आने का मुख्य कारण यह था कि नई शिक्षा नीति को बढ़ावा मिले, शिक्षकों के साथ चर्चा करके उनके सुझाव जाने जाए। और जो भारतीय शिक्षा बोर्ड है उसको सुचारू रूप से चलाने और उसकी रणनीति तय करने में एक सुविधा मिले।
इसके साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से नई शिक्षा नीति, विद्यालयों के इन्फ्रास्ट्रक्चर, शौचालय और विज्ञान की प्रयोशालाओं की स्थिति पर विचार किया गया।