लखनऊ। राजधानी शहर के माल एवेन्यू में स्थित होटल लेबुआ में मंगलवार को असम के युवा मूर्तिकार डॉ.बिनॉय पॉल के पेपर पल्प और बांस से तैयार बीस लघु मूर्तिशिल्पों की एकल प्रदर्शनी शीर्षक द टेल आॅफ मैजिकल विंग्स लगायी गई। जिसका उद्घाटन प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मुकेश कुमार मेश्राम ने किया। इस प्रदर्शनी की क्यूरेटर वंदना सहगल और कोआॅर्डिनेटर भूपेंद्र कुमार अस्थाना हैं।
क्यूरेटर वंदना सहगल ने डॉ.पॉल की कलाकृतियों पर बताया कि असम के कलाकार बिनॉय पॉल मिश्रित मीडिया में काम करते हैं। इनकी कृतियां पारंपरिक लोक कलाओं, लोक गीतों, तकनीक और सांस्कृतिक लोकाचार पर आधारित है जो उनके रचनात्मकता का मुख्य उद्देश्य है। बिनॉय के लिए कला एक विशिष्ट व्यवसाय है। उनकी कृतियां जनजातीय परंपरा मेलों, त्योहारों, देवी देवताओं के चित्रण में जीवन शैली और परंपराओं को प्रतिबिंबित करती है। बिनॉय पॉल की कला असम में बराक घाटी की मूर्ति निर्माण के शिल्प और संस्कृति में रची बसी है। भूपेंद्र कुमार अस्थाना ने बताया कि डॉ. बिनॉय पॉल बराक घाटी के सिल्चर असम के रहने वाले हैं। उन्होने मूर्तिकला में कला की शिक्षा एवं शोध कार्य असम विश्वविद्यालय से किया है।
sudha jaiswal