- लखनऊ के घटना के बाद वाराणसी (Varanasi) कचहरी के लिए की गयी फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस की मांग
- अधिवक्त्ता शंशाक शेखर त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को पत्रक लिखा
- कचहरी की स्थिति में सुधार लाने के लिए मामले को सज्ञान में लेने की मांग की
वाराणसी | लखनऊ के सिविल कोर्ट में मंगलवार को घटी एक घटना से अफरातफरी मच गयी। कचहरी परिसर में बेतरतीब खड़ी गाड़ियों के चलते कुछ बाइक में आग लग गयी और आग की लपक इतनी तेज रही कि कई गाड़ियां उसकी जद में आ गयी। कुछ ऐसी ही स्थिति है वाराणसी (Varanasi) के कचहरी परिसर की। जहां खड़ी गाड़ियों ने माने मकड़े का जाल बना लिया हो। लोगों को आवागमन में भी काफी परेशानियां हो रही।


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लखनऊ में हुई घटना से सबक लेते हुए अधिवक्त्ता शंशाक शेखर त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को पत्रक लिखा और पत्रक के माध्यम से उन्होंने एक फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की मांग करते हुए वाराणसी (Varanasi) कचहरी परिसर की स्थिति में सुधार लाने के लिए मामले को सज्ञान में लेने की मांग की।

Varanasi : पत्रक में क्या लिखा अधिवक्ता शंशाक शेखर त्रिपाठी ने
अधिवक्त्ता शंशाक शेखर त्रिपाठी ने कहा कि कल लखनऊ में घटी घटना के चलते सैकड़ों गाड़िया जल गई और जान मान को भी कोई नुकसान हो सकता था लेकिन ऐसा सौभाग्य था कि ऐसी कोई अनहोनी घटना नहीं घटी। यहीं स्थिति वाराणसी (Varanasi) के कचहरी की भी है जहां सराउन्डिग के जैसे अनेकों गाडियां खड़ी रहती है और गर्मी इतनी ज्यादा है या किसी भी कारण के चलते यदि आग लग जाती है तो पूरे कचहरी परिसर को अपने चपत में ले लेगी इसी को देखते हुए हमने जिलाधिकारी को पत्रक लिखा है कि कचहरी के बाहर एक फायर ब्रिगेड और एक एंबुलेंस की व्यवस्था करें ताकि किसी भी प्रकार की घटना घटने पर उसपर तुरंत काबू पाया जा सके।


जैसा कि आप सभी जानते है कि वाराणसी पहले से ही एक संवेदनशील जगह है और इससे पहले भी कचहरी परिसर (Varanasi) में बम ब्लास्ट और कई बार आग लगने की खबर सामने आ चुकी है। कभी भीड़ तो कभी शार्ट सर्किट के चलते कोई ना कोई घटना घटित होती रहती है। इसीलिए इस मामले को सज्ञान में लेने की आवश्यकता है ताकि कोई अनहोनी ना हो सके।