वाराणसी। वाराणसी में फर्जी आईपीएस (IPS) अधिकारी बनकर थानाध्यक्ष पर रौब जमाना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। वाराणसी के चोलापुर थाने से ये खबर सामने आई है, जहां खुद को आईपीएस बताते हुए एक युवक ने थानाध्यक्ष को फोन किया। फ़ोन पर बात न बनी, तो वह थाने आकर अपना रौब दिखाने लगा। पुलिस को शक होने पर उन्होंने युवक पर सख्ती दिखाई, तो डर से उसने सारे राज उगल दिए।
पूरा मामला चोलापुर थाने का है। सरैया जाल्हूपुर की एक युवती का विवाह बीते 25 मई को मोहिनीडीह गांव के एक युवक के साथ हुआ। शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग युवती को दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने लगे। जिससे परेशान होकर युवती के पिता ने थाने में तहरीर दी।
युवती ने ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि जबसे वह ससुराल पहुंची है तभी से उसे मायके से बाइक और सोने की चेन मंगवाने के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं। प्रताड़ना से परेशान होकर आकर उसने अपने मां-बाप को ससुराल वालों की बाइक और चैन की मांग के बारे में बताया।
युवती की शिकायत पर ससुराल पहुंचे उसके मां-बाप की ससुराल पक्ष से बहसबाजी हुई। आवेश में आकर युवती के जेठ व ससुर ने उसे और उसके पिता को घर से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद युवती और उसके पिता ने दहेज उत्पीड़न के मामले में चोलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसी बीच युवती के पति के एक रिश्तेदार युवक ने खुद को आईपीएस बताते हुए चोलापुर थानाध्यक्ष को फोन किया।
फ़ोन पर नहीं बनी बात, तो आया थाने
खुद को आईपीएस बताने वाले युवक ने थानाध्यक्ष को फ़ोन कर प्रकरण में मुकदमा दर्ज न करने और समझौते की बात कही। फोन पर बात न बनते देख कर कथित आईपीएस युवक चोलापुर थाने पहुंच गया। हालांकि उसकी बातचीत की शैली से चोलापुर थानाध्यक्ष ने भांप लिया कि वह आईपीएस नहीं है।
थानाध्यक्ष ने युवक को पकड़ कर जरा सी सख्ती दिखाई, जिसके बाद उसने सारे राज उगल दिए। उसने स्वीकार किया कि वह आईपीएस नहीं है। इस संबंध में चोलापुर थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने बताया कि युवक से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि फर्जी आईपीएस बनकर उसने कोई और अपराध तो नहीं किया है। पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।