IPS Anurag Arya: माफिया मुख़्तार अंसारी की गुरुवार देर रात बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। तबियत अत्यधिक ख़राब होने पर उसे बांदा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुख़्तार की मौत के बाद यूपी के एक आईपीएस अधिकारी भी चर्चा में आ गए हैं, जिन्होंने मुख़्तार के साम्राज्य में कील ठोंकी। वे आईपीएस हैं – ‘अनुराग आर्य’।
अनुराग आर्य 2013 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी हैं। अनुराग आर्य (IPS Anurag Arya) ने ही माफिया मुख़्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर बुलडोज़र चलाकर उसकी सल्तनत को मिट्टी में मिला कर रख दिया था। यूपी के मऊ जिले के खूंखार माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पर ऐसी कड़ी कार्रवाई करने वाले अधिकारी थे।

2019-20 में मुख़्तार (Mukhtar Ansari) के 26 गुर्गों पर कार्रवाई
अनुराग आर्य (IPS Anurag Arya) ने वर्ष 2019 से 2020 तक मऊ में तैनाती के दौरान मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) गैंग पर बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने अवैध बूचड़खाने चलाने वाले मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) गैंग के 26 गैंगस्टर के खिलाफ कार्रवाई की। साथ ही मुख्तार के शूटर अनुज कनौजिया का घर बुलडोजर से गिरवा दिया। अनुराग ने 2020 में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पर मुकदमा दर्ज किया। वर्ष 2013 के बाद यह पहला मौका था, जब मुख्तार पर कोई केस दर्ज हुआ। उन्होंने (IPS Anurag Arya) मुख्तार की काली कमाई के रिसोर्सेज पर हमला किया और उसके गुर्गों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।

IPS Anurag Arya: एक संक्षिप्त परिचय
आईपीएस अनुराग आर्य (IPS Anurag Arya) यूपी के बागपत जिले के एक छोटे से गांव छपरौली के रहने वाले हैं। वे अपनी मां डॉ० पूनम आर्य और पत्नी वनिका सिंह के साथ रहते हैं। वनिका सिंह भी पीसीएस अधिकारी (PCS Officer) हैं, जबकि उनकी मां होम्योपैथी डॉक्टर हैं। आर्य के पिता भी एक डॉक्टर हैं, लेकिन उनकी मां और उनके पिता के बीच शादी के 2 साल बाद ही आपसी मतभेद के चलते तलाक हो गया था। उस समय अनुराग महज 6 महीने के थे। तलाक के बाद अनुराग की मां ने अपने साथ लेकर अपने मायके छपरौली चली आई।
इंग्लिश से खाते थे खौफ, उसे ही हथियार बनाकर बने IPS
अनुराग की सातवीं क्लास तक की पढ़ाई गांव की सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में हुई। एक वेबसाइट की खबर के मुताबिक, उस समय उन्हें इंग्लिश से काफी डर लगता था। बावजूद इसके उन्होंने इंग्लिश को ही हथियार बनाने का फैसला किया। वर्ष 2008 में उनका एडमिशन देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री स्कूल (IMS) में हो गया। यहां उनकी पर्सनालिटी काफी डेवलप हुई। इस दौरान उन्होंने घुड़सवारी माउंटेनियरिंग और राफ्टिंग जैसे स्पोर्ट्स इवेंट में कई मेडल जीते।
BHU से किया ग्रेजुएशन
इसके बाद उन्होंने यूपी के प्रसिद्ध बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से फिजिक्स में ग्रेजुएशन पूरा किया। बाद में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में एमएससी (M.Sc.) में एडमिशन ले लिया। हालांकि एमएससी में अनुराग जो सब्जेक्ट में फेल हो गए। इसके बाद उन्हें जोरो का झटका लगा था। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। कुछ दिन बाद उन्होंने यूपीएससी (UPSC) की तरफ रुख कर लिया और फाइनली तय किया कि उन्हें आईपीएस (IPS) अधिकारी बनना है।
Highlights
8 महीने RBI की नौकरी के बाद बने IPS
2013 में जब अनुराग (IPS Anurag Arya) ने यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा पास की। संयोगवश उसी वर्ष उनका सिलेक्शन आरबीआई (RBI) में मैनेजर पद पर हो गया था। उन्होंने आरबीआई की नौकरी ज्वाइन भी कर ली। कानपुर में 8 महीने तक रहकर उन्होंने आरबीआई की नौकरी की। इस दौरान आईपीएस (IPS) बन गए। उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 163 थी, जिसके बाद उन्होंने आरबीआई की नौकरी छोड़ दी। शुरुआत में अनुराग ढाई वर्षो में 4 जिलों के एसपी (SP) बने। ढाई वर्ष के दौरान वह 6 महीने अमेठी, 4 महीने बलरामपुर, 14 महीने मऊ और 5 महीने प्रतापगढ़ में एसपी (SP) रहे।