क्या आप जानते है ओवरथिंकिंग की वजह से आपकी नींद ही नही बल्कि आपकी भूख भी प्रभावित हो सकती है?
आपको भी रात को सोने से पहले ज्यादा सोचने की आदत है? अगर हां, तो ये आदत आपकी पूरी दिनचर्या खराब कर सकती है । इसके के कारण आप सो नहीं पाएंगे ।नींद पूरी नहीं होगी, तो अगले दिन सुस्ती रहेगी ।इससे दिनभर काम में मन नहीं लगेगा और दिन खराब हो जाएगा ।
ये एक बुरी लत है, जिससे सभी को बचना चाहिए ।इसी एक कारण से नींद के साथ-साथ भूख भी प्रभावित हो सकती है ।ऐसे लोग जो ज्यादा सोचते हैं, वो अक्सर ईटिंग डिसआर्डर का शिकार भी हो जाते हैं ।ईटिंग डिसआर्डर के बुरे परिणाम के रूप में, मोटापा, डायबिटीज, थायराइड जैसी बीमारियां सामने आती हैं ।इन बीमारियों से बचने के लिए ओवरथिंकिंग से बचना जरूरी है।

क्या है ओवरथिंकिंग?
ओवरथिंकिंग जब हद से ज्यादा बढ़ जाए तो इसे मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा जाता है।जब कोई व्यक्ति छोटी सी बात को भी लंबे समय तक सोचने लगे तो यह ओवरथिंकिंग कहलाती है।किसी भी काम को करने या फैसला लेने से पहले लोग सोचते हैं, जो सही भी है।यह इंसान का नेचुरल स्वभाव है, लेकिन जब यह स्वभाव हद से ज्यादा बढ़ जाए तो ओवरथिंकिंग कहलाती है।
ओवरथिंकिंग से बचने के उपाय
-यदि आप बार-बार कुछ गलत चीजों के बारे में सोचते रहते हैं तो इससे दिमाग को भटकाने के लिए कुछ पसंदीदा काम करें।कोई ऐसी एक्टिविटी करें, जिसे करके आपको खुशी महसूस हो।नया किचन स्किल सीखें, वर्कआउट क्लास ज्वाइन करें।
-आप जब कभी भी खुद को ओवरथिंकिंग के भंवर जाल में उलझता पाएं, तो तेज गहरी सांस लें।आंखें बंद कर लें।सांस अंदर और बाहर छोड़ें।
-ओवरथिंकिंग से बचना है तो आप नियमित रूप से ध्यान यानी मेडिटेशन का अभ्यास भी करें।इससे आपके अंदर का डर, घबराहट कम होगा।
-यदि आपसे कोई गलती हो गई है तो उसे सोचकर कुछ हासिल नहीं होगा।आप अपने आप को उस गलती के लिए मांफ करें और लाइफ में आगे बढ़ें।अपने भविष्य के बारे में सोचें।
-अकेले रहने से बचें।अपने परिवार के साथ बैठकर अपनी समस्याओं के बारे में बताएं।अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं।घूमने-फिरने के लिए जाएं।यदि परेशानी कम नहीं हो रही है तो किसी काउंसिलर से मिलें।
Anupama Dubey