- अश्वनी कुमार श्रीवास्तव
G-20 Vns Meeting: वाराणसी के नदेसर स्थित एक होटल में शनिवार को जी-20 कल्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक को प्रधानमंत्री ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि हम वाराणसी में मिल रहे हैं। जो मेरा संसदीय क्षेत्र है। काशी न केवल दुनिया का सबसे पुराना जिंदा शहर है। बल्कि भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली भी है। यह वास्तव में भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी है।
कहा कि हमारा मानना है कि विरासत आर्थिक विकास और विविधीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति होती है। यह हमारे मंत्र, विकास भी विरासत भी में प्रतिबिंबित होता है। भारत को लगभग 3,000 अनूठी कलाओं एवं शिल्पों के साथ अपनी 2,000 साल पुरानी शिल्प विरासत पर गर्व है। हमारी एक जिला, एक उत्पाद पहल आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ भारतीय शिल्प की विशिष्टता को प्रदर्शित करती है। सांस्कृतिक एवं रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में आपके प्रयास गहरा महत्व रखते हैं।

G-20 Vns Meeting: काशी ज्ञान, कर्तव्य और सत्य का खजाना
प्रधानमंत्री ने कहा मैं आपके द्वारा जी-20 एक्शन प्लान को सॉलिड परिणामों के साथ शेप देने में निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना करता हूं। यह हमें एक समावेशी और शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए सांस्कृतिक शक्ति का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाएगा। काशी को ज्ञान, कर्तव्य और सत्य का खजाना माना जाता है। भारत का मंत्र है ‘विरासत भी, विकास भी’। इनमें सभी की प्राथमिकता एक ऐसी दुनिया को दर्शाती है जो सांस्कृतिक रूप से विविध है, फिर भी एकीकृत है। एक ऐसी दुनिया जहां सांस्कृतिक विरासत अतीत का स्तंभ और भविष्य का मार्ग दोनों है।

भविष्य की यात्रा (G-20 Vns Meeting) जी-20 सदस्य देशों और अन्य लोगों के बहुमूल्य योगदान के बिना संभव नहीं होती। कहा कि इस बैठक (G-20 Vns Meeting) में सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और दोबारा स्थापित करना, जीवन शैली, पर्यावरण और भाषाओं का बचाव, पारंपरिक कला, रचनात्मक और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, संस्कृति को सहेजने में डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाना पर कई महत्वपूर्ण संदेश मिलेगा।

जी-20 में इन देशों की भागीदारी
भारत की अध्यक्षता में हो रही जी-20 की बैठक में कल्चरल वर्किंग ग्रुप के 170 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल शामिल हुआ है। इसमें अर्जेंटीना, आॅस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और यूएसए देश शामिल हैं।