Cyber Robbery: वाराणसी में साइबर ठगी के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात यह हो गए हैं कि प्रतिदिन जनपद में कहीं न कहीं से साइबर ठगी की ख़बरें दिख ही जाती हैं। इसी बीच वाराणसी में साइबर ठग ने क्रेडिट कार्ड अपडेट कराने का झांसा देकर खातेदार के खाते से हजारों रुपए की निकासी कर ली। कार्ड अपडेट के बाद ब्लॉक कराने की कोशिश में भी 2600 रुपये कट गया. इतना ही नहीं अकाउंट से पैसे कटने के बाद 99 हजार रुपए के बकाया भुगतान के लिए फोन पर तगादा भी जारी है। पीड़ित की तहरीर पर मंगलवार को लालपुर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, हुकुलगंज निवासी राजू कुरेशी का एसबीआई में खाता है. उन्हें कुछ दिन पूर्व ही बैंक से क्रेडिट कार्ड जारी हुआ। बिना कार्ड अपडेट के दो बार में पैसा कटने की शिकायत दर्ज कर जब वह बैंक से वापस आये, तो कार्ड ब्लॉक करने के लिये फोन कर ठगों (Cyber Robbery) ने जानकारी ली और खाते से 2600 रुपये उड़ा दिया. इसके बाद 99 हजार रुपए के बकाए का भुगतान करने की सूचना देकर फोन काट दिया।
तमाम जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद लोग हो रहे Cyber Robbery के शिकार
ऐसा नहीं है पुलिस प्रशासन इन पर लगाम नहीं लगा पा रहा है। ऑनलाइन ठगी करने वाले अक्सर गिरफ्तार भी हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन्होने देश के कई हिस्सों में अपना गैंग फैलाकर रखा हुआ है। जो दूर कहीं बैठकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को अपना निशाना बनाते हैं और उनसे धनउगाही करते हैं। पुलिस प्रशासन के ओर से ऐसे अपराधों से बचने के लिए अलग थाने बनाए गए हैं। साथ ही साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। इसके अलावा साइबर थानों के ओर से अक्सर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। बावजूद इसके लगोग ठगी का शिकार हो जा रहे हैं।
Highlights
रसूखदार परिवार के लोगों को फंसाना होता है आसान
साइबर विशेषज्ञों की मानें तो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर नामी-गिरामी लोगों के अकाउंट, आईडी या वाट्सएप नंबर पर गिरोह के लोग फोकस करके वीडियो कॉल कर रहे हैं। क्योंकि नामी-गिरामी लोग जब इस तरह की घटना के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं तो उन्हें गिरोह के लोग ऐसे लोगों को आसानी से ब्लैकमेल करने लगते हैं। साइबर एक्सपर्ट भी इस बात से इत्तफाक रखते हैं कि नामी-गिरामी लोगों को इस इस तरह की गैर कानूनी गतिविधि में फंसाने की प्राथमिकता गिरोह के लोग रखते हैं।
अपराधी भी अब हुए डिजिटल
साइबर एक्सपर्ट की मानें तो डिजिटल अपराधी (Cyber Robbery) हर दिन तरह-तरह से लोगों को लूटने और ब्लैकमेल करने के तरीके अपना रहे हैं। हालांकि उनके निशाने पर ज्यादातर युवा, प्रौढ़ और रिटायर लोग होते हैं। सावधानी इसी में हैं कि ऐसे अनजान लोगों को सीधे ब्लॉक करें और उनसे किसी भी तरह की बातचीत न करें। अगर गलती से उनके चंगुल में फंस गए हैं तो अपनों से जरूर शेयर करें। देश भर में ऐसे हजारों मामले आजकल रोज सामने आ रहे हैं और लोग एक-दूसरे को बता तक नहीं रहे।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने लोगों को सतर्क रहते हुए कहा है कि किसी को भी बैंक की डिटेल या ओटीपी ना शेयर करें। वर्तमान में आवाज बदलकर भी साइबर ठगी (Cyber Robbery) का काम तेजी से हो रहा है। ऐसे में सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोई अननोन नंबर आए तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम सेल पर संपर्क करें। क्रिप्टो करेंसी के जरिए भी साइबर ठगी का काम तेजी से हो रहा है। ऐसे में इन सभी से बचने के लिए सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है।
साइबर ठगी (Cyber Robbery) होने पर क्या करें
1. किसी भी अनजान नंबर से आए वीडियो कॉल (Cyber Robbery) को कभी पिक नहीं करें।
2. वॉट्सएप या फेसबुक पर वीडियो सेक्स कॉल के झांसे में कत्तई ना आएं।
3. अगर गलती से कॉल पिक हों जाए या झांसे में आ गए तो घबराएं नहीं।
4. अपने फोन के सभी नंबरों को ब्लॉक कर दें और फेसबुक को भी बंद कर दें।
5. किसी भी तरह के ओटीपी, बैंक डिटेल्स अथवा आधार, पैन डिटेल्स फ़ोन पर किसी से भी शेयर ना करें।
6. एटीएम वगैरह में अंजान लोगों से सतर्क रहें।
7. किसी गैर वेबसाइट (बिना जानकारी वाली) पर अपनी किसी भी तरह की डिटेल्स डालने से बचें।
8. सोशल मीडिया id वगैरह भी हैक करके भी आजकल ठगी हो रही है, ऐसे में समय-समय पर अपने सोशल मीडिया के पासवर्ड बदलते रहें।
5. वीडियो वायरल की धमकी (Cyber Robbery) दें तो साइबर थाने या आईएफएसओ में शिकायत करें।
6. 1930 पर कॉल या Cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।