Train Derailment: वाराणसी के कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर यार्ड री मॉडलिंग के तहत लगभग सभी ट्रैको को नया कर दिया गया है। बावजूद इसके बुधवार को अपराह्न एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। इसके बाद रेल अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिसके लगभग पांच घंटे बाद लाइन को क्लीयर किया गया। इस दौरान दो ट्रेनों को प्रतापगढ़ के रास्ते गंतव्य को भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक, मुगलसराय की ओर से आ रही 32 वैगन की डीबीकेएम मालगाड़ी (खुला वैगन जो मिलट्री जीप व अन्य समान ढोने के काम में आते हैं) को वल्लभगढ़ जाना था। यह ट्रेन बुधवार को पूर्वाह्न 11:45 पर वाराणसी जंक्शन के काशी साइड के आउटर रोडवेज के पास पहुंची ही थी। इंजन से सटे तीन डिब्बे वैगन संख्या तीन, चार व पांच पटरी से उतर [Train Derailment] गए।

वैगन के पटरी से उतरने की सूचना कंट्रोल पर जैसे ही प्रसारित हुई, अधिकारियों में हडकंप [Train Derailment] मच गया। आनन-फानन में अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके साथ दुर्घटना राहत यान को भी बुलाया गया। काफी मशक्कत के बाद ट्रेन के लगभग 28 डिब्बों को पीछे से हटाकर व्यासनगर भेज दिया गया। इसके बाद तीनों डिब्बों को पटरी पर लाने का काम शुरू किया गया। पांच घंटे बाद लगभग शाम पांच बजे तीनों डिब्बों को पटरी पर लाया गया। इसके बाद फिर गूलर यार्ड भेज दिया गया।

Train Derailment: दो ट्रेनें प्रभावित
डीरेलमेंट के बाद दो ट्रेनें राजगीर से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी व हावड़ा से जम्मू जाने वाली हिमगिरी एक्सपे्रसे को प्रतापगढ़ के रास्ते गंतव्य को भेजा गया।
वैगन डीरेलमेंट की जांच के लिए एसएसई (सीनियर सेक्शन इंजीनियर)लेवल की टीम बना दी गयी है जो गुरुवार की शाम तक रिपोर्ट पेश कर देंगे, इसके बाद रिपोर्ट लखनऊ मंडल में भेज दिया जायेगा।
- लालजी चौधरी, अपर रेल मंडल प्रबंधक, वाराणसी ।