BHU Case: आईआईटी की छात्रा के साथ छेड़खानी करने और उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाने वाले अपराधी सात दिन बीतने के बावजूद अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इस मुद्दे समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर आईआईटी के विद्यार्थी बुधवार को निदेशक कार्यालय के बाहर फिर से धरने पर बैठ गये। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस अबतक आरोपियों तक पहुंचने में नाकाम है।
धरनारत छात्र-छात्राओं ने आरोपियों [BHU Case] को जल्द से जल्द के गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय प्रांगण में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, परिसर में महिलाओं से दुर्व्यवहार करने वालों के विरुद्ध सख्त एक्शन लेने, परिसर के सभी स्थान को सीसीटीवी कैमरों से लैस करने तथा पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था करने की मांग रखी। साथ ही उन्होंने मांग की कि आईआईटी और बीएचयू के बीच बाउंड्री विषय पर जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन स्पष्टीकरण दे कि चारदीवारी नहीं बनायी जाएगी।
विद्यार्थियों ने मांग रखी कि बाउंड्री की घोषणा किये जाने को लेकर जिला प्रशासन माफी मांगे। आईआईटी को बीएचयू के प्रशासनिक नियंत्रण [BHU Case] में लाया जाए। रात्रि दस बजे के बाद विवि परिसर में बाहरी लोगों की इंट्री सीमित हो। बाहरी लोग सरसुंदरलाल चिकित्सालय से आगे बेवजह न जा सकें। विवि में महिला सुरक्षा के लिए एक अलग महिला सुरक्षाधिकारी प्राक्टोरियल बोर्ड 24 घंटे उपलब्ध रहे। महिला विषयक समिति को सक्रिय किया जाय। समिति स्वयं संज्ञान लेकर भी समस्याओं का समाधान करे। बीएचयू परिसर के आसपास शराब जैसी नशीली सामग्री की बिक्री पर रोक लगायी जाय। धरने पर बैठे विद्यार्थी ‘क्रिमिनल कहां है’ आदि स्लोगन लिखकर नारेबाजी भी कर रहे थे।
BHU Case: एक नवंबर को हुई थी घटना
आईआईटी बीएचयू [BHU Case] की एक छात्रा पिछले एक नवंबर की रात अपने मित्र के साथ टहलने निकली थी। घटना के बारे में छात्रा ने बताया था कि आईआईटी बीएचयू प्रांगण में बाइक सवार तीन युवकों ने उसके साथ छेड़खानी करते हुए गन प्वॉइंट पर लेकर उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया।
फेल हो रही पुलिस
बुधवार को धरने पर बैठे विद्यार्थियों ने दोहराया कि इस निंदनीय घटना के आरोपियों को पुलिस पकड़ने में असफल साबित हो रही है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पड़ताल कर रही पुलिस आरोपियों को चिह्नित में फेल है। इसे लेकर छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश है।
आरोपियों को बचा रही पुलिस !
पोस्टर-बैनर लेकर बुधवार को पुन: धरने पर बैठे विद्यार्थियों कहा कि हम न्याय [BHU Case] के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस की तरफ से कुछ गलतियां हो रही हैं। आईआईटी बीएचयू कैंपस में दीवार बनवाने का फैसला तो वापस ले लिया गया और जगह-जगह पर स्थायी बैरियर लगाए गए हैं। दूसरी ओर, स्टूडेंट्स पार्लियामेंट ने अबतक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जाहिर की है।

विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि अफसर लगातार अपना बयान बदल रहे हैं। हमें शक है कि अधिकारियों के स्तर से कुछ गड़बड़ी हो रही है। पुलिस सख्त रवैया अपनाने के बजाय नरम पड़ी हुई है। छात्र-छात्राओं ने कहा कि हमें नहीं पता पुलिस कुछ कार्रवाई भी करना चाहती है या आरोपियों का बचाना चाहती है। पुलिस ने दावा किया था कि घटना को अंजाम देने वाले बाइक सवार तीनों युवकों को धर दबोचेंगे। लेकिन अबतक वह असफल है।
Highlights
…वर्ना करेंगे आंदोलन
एनएसयूआई बीएचयू इकाई के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने मुकदमा दर्ज कराने पर सवाल खड़ा किया है। बुधवार को परिसर में बीएचयू इकाई के राणा रोहित ने कहा कि अभाविप की ओर से मुझ पर और एनएसयूआई बीएचयू इकाई अध्यक्ष राजीव नयन और सुमन आनंद पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया गया है। इस स्थिति में यदि न्याय नहीं मिला हो हमें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
बनवा रहे स्केच
घटना को लेकर लंका थानाध्यक्ष शिवकांत मिश्र ने बताया कि इस प्रकरण में जांच जारी है। पीड़िता की मदद से आरोपियों की पहचान के लिए स्केच भी तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।