Ramlala Pran Pratishtha: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर काशी में होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती श्री रामलला को समर्पित होगी। 22 जनवरी को एक बार फिर से गंगा तट पर भव्य, दिव्य व अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इस दौरान फूलों से राम मंदिर का भव्य दरबार सजाया जाएगा। इसकी जानकारी शनिवार को गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने दी।
सुशांत मिश्र ने बताया कि 22 जनवरी को 9 अर्चकों द्वारा महाआरती का आयोजन होगा। इस दिन श्री राम दरबार की आरती उतार काशी से शुभकामनाएं दी जाएंगी। शंखनाद से मां गंगा की आरती शुरू होगी, घंट घड़ियाल और डमरू की आवाज व वैदिक मंत्रों से पूरे घाट को राममय किया जाएगा। साथ ही प्रभु श्री राम से लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की जाएगी एवं साथ ही श्री राम कीर्तन भी होगा।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष ने आगे बताया कि भगवान शिव के आराध्य श्री राम जी का अयोध्या में बन रहा भव्य-दिव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है, जिसे हम सभी काशीवासी समेत गंगा सेवा निधि के लोग इस पल को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहते हैं।

Ramlala Pran Pratishtha: 1991 में शुरू हुई थी विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती
बता दें कि करीब तीन दशक पहले 1991 में वाराणसी में सबसे पहले गंगा आरती की शुरुआत गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर हुई तब से ही लगातार शाम के समय सूर्यआस्त के बाद आरती की जाती है जहा देश विदेश से आए हजारों श्रद्धालु व पर्यटक इस महा आरती के प्रतिदिन साक्षी होते हैं।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र, संरक्षक इंदु शेखर शर्मा,कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमान यादव उपस्थित थे।