वाराणसी। जनपद के प्रसिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ० अजीत सैगल ढाका में अपना शोध प्रस्तुत किया। बांग्लादेश अर्थोपेडिक सोसाइटी की तीन दिनी इंटर नेशनल कांफ्रेंस 4 फरवरी से ढाका मे संपन्न हुई। इस कांफ्रेंस ने 1700 से ज्यादा सदस्यों ने भाग लिया।
अंतरराष्ट्रीय अस्थि रोग सर्जन में भारत से डॉ० राम चड्डा, डॉ० अनूप अग्रवाल, डॉ० जमाल अशरफ, डॉ० आई पी एस ओबराय, नेपाल के डॉ० बुलंद थापा, सिंगापुर से डॉ० डैनी, ऑस्ट्रेलिया से डॉ० पुरी कोलकाता से डॉ० राजीव रमन, डॉ० शिव शंकर, डॉ० राम प्रभु, डॉ० अरविंद, इंग्लैंड से डॉ० अली आदि संकायों ने अपना शोध प्रस्तुत किया।
वाराणसी के वरिष्ठ अस्थि रोग सर्जन डॉ० अजीत सैगल ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया और कहा कि समय की मांग है कि अब ‘घुटना बचाओ अभियान’ चलाना होगा। जहां तक हो घुटना बदलने से बचना चाहिए। ग्रेड 3 में जिसमें घुटनों मे दर्द हो, सुजन हो और घुटने से पैर टेढ़े हो गए हैं ऐसे रोगियो मे हाई टिबियाल ओस्ट्योटौमी HTO ओपरेशन करना चाहिए।
डॉ० सैगल ने अपनी पेटेंट की हुई प्लेट (DR SAIGAL HTO PLATE) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जो गरीब जनता के लिए वरदान है। कम खर्च मे ऑपरेशन हो जाता है। ऑपरेशन के बाद घुटने पूरे मुड़ते हैं और मरीज चौकड़ी में भी बैठ सकते हैं। बांग्लादेश के कई अस्थि रोग सर्जन ने डॉ० सैगल को बधाई दी और ओपरेशन के वीडियो की मांग की जिससे वे देख कर ओपरेशन कर सके।