वाराणसी (Varanasi) के काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मंगलवार की सुबह उस वक़्त हड़कंप मच गया जब चौक थाना क्षेत्र के खोवा गली में पांचों पांडव मंदिर के समीप दो मकान धराशाई हो गए। इस घटना में 9 लोग मलबे में दब गए। जिसमें 2 लोग खुद अपनी जान बचाते हुए बाहर निकल आये.


वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू करते हुए 7 घायलों को बाहर निकाला। इसमें एक महिला की मौत हो गई। इसके साथ ही घटना में विश्वनाथ मंदिर (Varanasi) में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौके पर पहुंचे सैकड़ो पुलिसकर्मियों (Varanasi) ने संभाला मोर्चा
बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर (Varanasi) के पास पांच-पांच मंजिला दो मकान गिरने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हर कोई अपने-अपने छत पर जाकर घटनास्थल को देख रहा था। हादसे के बाद मौके पर तकरीबन 500 पुलिसकर्मी हैं। गोदौलिया से मैदागिन वाले मार्ग को बंद कर कर दिया गया। गली में लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही थी।

जानकारी के अनुसार, खोवा गली में दो मकान (28.7 और 28.6) गिरे हैं। 28.6 का मकान अशोक यादव का है। इसमें दो दुकानें हैं, माला-फूल और कचौड़ी की। 28.7 रमेश गुप्ता का मकान है। इसमें भी दो दुकानें हैं। मकान जर्जर अवस्था में थी।

मंडलायुक्त ने दी जानकारी
मौके पर पहुंचे मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि महिला की मौत उनके गले पर कोई भारी सामान गिरने से हुई। बाकी नौ लोगों (Varanasi) का रेस्क्यू किया गया है। मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में लगभग 50 लोगों को नोटिस दी गई है ताकि उनकी मरम्मत करवा दी जाए। नगर निगम के माध्यम से उन्हें कहीं और रहने को कहा जाएगा। मरम्मत के बाद अपने मकान में शिफ्ट करें।


इस घटना के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह-सुबह मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा (Varanasi) से फोन पर वार्ता करके पूरी जानकारी ली।






