Varanasi: यूपी के संभल में एक मंदिर मिलने के बाद अब प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मदनपुरा स्थित मुस्लिम बाहुल्य इलाके में भी एक मंदिर मिलने की खबर सामने आई है। मदनपुरा क्षेत्र में एक गली के अंदर एक मकान में वर्षों पुराना बंद मंदिर मिला है। इस मंदिर के 250 साल पुराने होने का दावा किया गया है और यह बताया जा रहा है कि यह मंदिर पिछले 10 वर्षों से ताले में बंद है और मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है।

सोमवार की देर शाम मंदिर मिलने के बाद मंगलवार को मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। वहीं मामले (Varanasi) की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल भी मौके पर मुस्तैद नजर आई।

मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर महिलाओं ने किया शंखनाद
इसी कड़ी में मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर बंगाली समाज की महिलाओं ने मौके पर पहुंचकर शंखनाद किया और “नम: पार्वती पतये, हर-हर महादेव” के नारे लगाए। महिलाओं का कहना है कि उनका उद्देश्य विवाद खड़ा करना नहीं है बल्कि मंदिर (Varanasi) को खुलवाकर पूजा-अर्चना शुरू करना है। इस खबर के सामने आने के बाद मंगलवार सुबह से ही इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।



शंखनाद करना शुभ संकेत
बंगाली समाज (Varanasi) की महिला रीना बात्रा ने कहा, “हम मंदिर के खुलवाने के लिए प्रयासरत हैं। शासन की ओर से भी निर्देश मिले हैं कि बंद मंदिरों को खोला जाए। शंखनाद करना शुभ संकेत है और जल्द ही मंदिर खुलेगा।”


मदन कृष्ण का नाम है, न्याय हमारे पक्ष में होगा
वहीं मौके पर मौजूद संगीतकार केडी दुबे ने कहा, “काशी के कंकर-कंकर में शंकर का वास है। मदन कृष्ण का नाम है। पूजा-अर्चना की तैयारी हो रही है और किसी भी वर्ग को इससे कोई आपत्ति नहीं है। न्याय निश्चित रूप से हमारे पक्ष में होगा।”

बता दें कि सोमवार देर शाम सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मंदिर का ताला खुलवाने की मांग उठाई। वहीं पुलिस प्रशासन (Varanasi) ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों और बुजुर्गों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण बनी हुई है और किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।