वाराणसी (Varanasi) के मेयर अशोक तिवारी साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। साइबर अपराधियों ने उनके नाम और तस्वीर का उपयोग करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट बनाया और इस अकाउंट के जरिए लोगों से रुपए की मांग की जा रही है। इस घटना ने महापौर को चौंका दिया और उन्होंने तुरंत अपने फेसबुक पेज पर इस फर्जीवाड़े की जानकारी साझा की।
फर्जी अकाउंट से रुपए की मांग
मेयर के नाम पर बनाए गए फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट से उनके परिचितों और फॉलोवर्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिसमें लिखा है कि पैसे की तुरंत आवश्यकता है। इस तरह के मैसेज से कई लोगों ने परेशान होकर मेयर को फोन किया और इस बारे में जानकारी दी।

सकपका गए Varanasi मेयर
मेयर अशोक तिवारी तब चौंक गए, जब उनके एक मित्र ने फोन करके पूछा कि कितनी राशि चाहिए। यह सुनकर मेयर हैरान रह गए और पूछा कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं। तब उनके मित्र ने बताया कि उनके नाम पर इंस्टाग्राम पर एक आईडी से मैसेज आया है। इसी प्रकार अन्य परिचितों ने भी मेयर को फोन कर यह जानकारी दी।
फेसबुक पर दी अपील
घटना का पता चलते ही महापौर ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डालते हुए लोगों से अपील की कि उनके नाम पर बने इस फर्जी अकाउंट से आए मैसेज पर भरोसा न करें और किसी को भी ऑनलाइन पेमेंट न करें। उन्होंने लिखा, “कोई भी व्यक्ति मेरे नाम पर पैसा मांगे, तो उसे न दें। अपना GPay, PhonePe नंबर भी साझा न करें।”
फेसबुक पर मिली मजाकिया प्रतिक्रियाएं
मेयर की पोस्ट पर उनके परिचितों ने मजाकिया लहजे में लिखा कि उन्होंने तो पैसे दे दिए हैं। इस तरह की प्रतिक्रियाओं ने घटना को हल्का-फुल्का बना दिया, लेकिन असल में यह साइबर अपराधियों की गंभीर हरकत है।
पुलिस से शिकायत दर्ज
महापौर अशोक तिवारी ने फर्जी अकाउंट और साइबर फ्रॉड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और साइबर ठगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
सावधानी बरतने की अपील
इस घटना के बाद, मेयर ने नागरिकों को सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी संदेश या अनुरोध को बिना पुष्टि के नजरअंदाज करना ही सही कदम है।