Varanasi: काशी की पत्रकारिता और धरोहरों के संरक्षण को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने अपनी विधायक निधि से पराड़कर स्मृति भवन के सौंदर्यीकरण का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि काशी के विकास में नीतिगत पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और यहां के पत्रकारों का हिन्दी पत्रकारिता में विशेष योगदान है।
राज्यमंत्री डॉ. दयालु ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारिता का मूल स्वर त्याग, बलिदान और मिशन के प्रति समर्पण का रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले कई क्रांतिकारी प्रत्यक्ष रूप से पत्रकारिता से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि पराड़कर स्मृति भवन हिन्दी पत्रकारों के लिए चेतना केंद्र है और इसे संरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है।

Varanasi: बौद्धिकता और पत्रकारिता का केंद्र
अपने संबोधन में डॉ. दयालु ने काशी की बौद्धिकता, विद्वता और पत्रकारिता की समृद्ध परंपरा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह शहर सदियों से ज्ञान और पत्रकारिता का केंद्र रहा है और यहां के पत्रकारों ने सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों में अपनी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे काशी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने में योगदान दें।

सम्मानित पत्रकारों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में काशी पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, योगेश कुमार गुप्त, राजनाथ तिवारी सहित कई वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने विचार साझा किए। धन्यवाद ज्ञापन संघ के पूर्व अध्यक्ष कृष्णदेव नारायण राय ने किया, जबकि अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज ने की।

संघ के पदाधिकारियों का स्वागत
राज्यमंत्री का स्वागत काशी पत्रकार संघ के मंत्री सुनील शुक्ला और कोषाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर संघ के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह, बीबी यादव, उपाध्यक्ष उमेश गुप्ता, कैलाश यादव, आशीष बागची, संजय मिश्रा सहित वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरुण मिश्र, मंत्री विनय शंकर सिंह और अन्य पत्रकार भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी पत्रकारों ने इस पहल की सराहना की और काशी की धरोहरों को संजोने के इस प्रयास को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।