Akhilesh Security: समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए शास्त्री घाट पर जोरदार प्रदर्शन किया और महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा। सपा नेताओं का कहना था कि अखिलेश यादव लगातार देशभर में जनसभाएं कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी सुरक्षा में लापरवाही बरत रही है।
सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता शास्त्री घाट पर इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अपर जिलाधिकारी नगर आलोक वर्मा को ज्ञापन सौंपा और अखिलेश यादव को मिली सुरक्षा में हुई कटौती को लेकर गंभीर आपत्ति जताई। आशुतोष सिन्हा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर सपा प्रमुख की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।

Akhilesh Security: सपाइयों ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर जताई चिंता
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत चिंताजनक है और हाल ही में आगरा में दलित नेता व राज्यसभा सांसद के घर पर हमला तथा खुलेआम सपा अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी, प्रदेश में अराजकता और जंगलराज का प्रतीक है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए प्रतिनिधियों को सुरक्षा नहीं मिलेगी, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी होगी?
सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ‘लक्कड़’ ने भी चेतावनी भरे लहजे में कहा कि लगातार मिल रही धमकियों और राजनीतिक हिंसा की घटनाओं के बीच अखिलेश यादव की सुरक्षा से किसी भी तरह की चूक जानलेवा साबित हो सकती है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि अखिलेश यादव को तत्काल उच्च श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाए।
पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ‘विश्वकर्मा’ ने कहा कि समाजवादी पार्टी के पास लोकसभा में 37 सांसद हैं और पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में तीसरे नंबर पर है। ऐसे में पार्टी प्रमुख को पूरी सुरक्षा देना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन वर्तमान सरकार राजनीतिक द्वेषवश यह जिम्मेदारी निभाने से बच रही है।
सपा कार्यकर्ताओं ने दो टूक कहा कि अगर केंद्र सरकार ने समय रहते सुरक्षा बढ़ाने की पहल नहीं की, तो समाजवादी कार्यकर्ता इस मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक जोर-शोर से उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक नेता की सुरक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों और राजनीतिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा का सवाल है।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से एमएलसी आशुतोष सिन्हा, जिलाध्यक्ष सुजीत यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, राहुल सोनकर, आरडी मिश्रा, महेंद्र सिंह यादव, राहुल गुप्ता, आयुष यादव, सत्यनारायण यादव, आलोक, सौरभ समेत कई छात्र नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।