Varanasi: वाराणसी में बुधवार को यूथ कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी गहमागहमी का माहौल रहा। कांग्रेस कार्यकर्ता शहर में आपराधिक और देश में आतंकवाद की घटना को लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय जा रहे थे। इस बीच माहौल को देखते हुए पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एडीसीपी काशी ज़ोन टी. सरवणन को ज्ञापन सौंपा।
कार्यकर्ताओं का आरोप था कि शहर में रोज़ाना हो रही आपराधिक घटनाएं प्रशासन की विफलता को उजागर कर रही हैं।
युवाओं के इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विशाल सिंह कर रहे थे। उन्होंने अपने वाहन की छत पर चढ़कर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा, “यह काशी की धरती है, जिसे धर्म और आध्यात्मिक नगरी माना जाता है, लेकिन अब यह अपराधों का गढ़ बनती जा रही है।” उन्होंने प्रशासन पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि बलात्कार, हत्या और अपहरण जैसी घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है और सरकार इन मामलों को लेकर पूरी तरह से निष्क्रिय बनी हुई है।

Varanasi: पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी, बैरिकेडिंग पर चढ़कर की नारेबाजी
सभा खत्म होते ही यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर बढ़ने लगे, लेकिन रास्ते में पहले से ही तैनात पुलिस बल ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच लगभग आधे घंटे तक जमकर धक्का-मुक्की हुई। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर जोरदार नारेबाजी की, जिससे पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
प्रधानमंत्री की तस्वीर पर जताया विरोध, पुलिस ने संभाला मोर्चा
जब प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय तक पहुंचने नहीं दिया गया, तो उन्होंने सड़क पर लगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर पर कालिख पोत दी। इससे स्थिति और अधिक गर्मा गई, लेकिन पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया और स्थिति को नियंत्रण में लिया।

यूथ कांग्रेस ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कहा कि यदि प्रशासन और सरकार ने जल्द ही स्थिति नहीं संभाली, तो उन्हें बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने वाराणसी की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए एडीसीपी को ज्ञापन भी सौंपा।
कश्मीर आतंकी हमले पर उठाया सवाल
प्रदर्शन के दौरान विशाल सिंह ने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “हम केवल वाराणसी ही नहीं, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर चिंता जता रहे हैं। कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए और हजारों पर्यटक असुरक्षित हैं। आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?”
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उन्होंने जोर देकर कहा कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना केंद्र सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है और यह समय केवल बयान देने का नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई का है।