Varanasi:डिजिटल के इस दौर में जहाँ सब कुछ एक के बाद एक डिजिटल होते जा रहा है. वहीं अब काशी के शमशान घाट भी इससे जुड़ने जा रहें हैं क्योंकि अब शमशान घाटों पर शवों की गिनती डिजिटली तरीके से की जाएगी. यानि की अब यहाँ शवों की डिजिटल मॉनिटरिंग होगी. दरअसल, दिसंबर से काशी के दो प्रमुख श्मशान घाटों पर शवों की डिजिटल गणना की नई व्यवस्था लागू की जाएगी। नगर निगम ने इस प्रणाली के लिए सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं।
Varanasi: सिस्टम में दर्ज किया जाएगा पूरा डाटा
नई व्यवस्था के तहत श्मशान घाटों (Varanasi) पर निगम के प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद रहेंगे, जो हर आने वाले शव का विवरण तुरंत कंप्यूटर में दर्ज करेंगे। यह पहली बार होगा जब शहर में दाह-संस्कार की निगरानी पूरी तरह डिजिटल रूप में की जाएगी। इसके बारे में बताते हुए नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि हर शव को एक यूनिक नंबर दिया जाएगा, जिसके आधार पर मृतक और परिजन से जुड़ा पूरा डेटा सिस्टम में दर्ज किया जाएगा। रिकॉर्डिंग का कार्य बिना रुके चलता रहे, इसके लिए कर्मचारियों की तीन शिफ्टों में तैनाती की जाएगी।
वहीं मेयर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि यह व्यवस्था दिसंबर से लागू कर दी जाएगी। उनके अनुसार, इससे न केवल श्मशान घाटों पर कार्यवाही अधिक पारदर्शी होगी, बल्कि जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने में भी सुविधा मिलेगी। नई डिजिटल प्रणाली से शहर में मृत्यु संबंधी सटीक डेटा उपलब्ध होगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा।
गौरतलब है कि पहले काशी (Varanasi) के शमशान घाट पर मैनुअल पर्ची जारी होती थी, लेकिन इसे बंद कर देने के बाद दाह-संस्कार से जुड़े सही आंकड़े जुटाना कठिन हो गया था। नई डिजिटल पर्ची में मृतक का नाम, परिजन का संबंध, आगमन समय और दाह-संस्कार का समय सहित सभी आवश्यक जानकारी शामिल की जाएगी।

