रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। इसमे करीब 1 महीने तक रोज़े रखे जाते हैं। रमजान का दूसरा नाम रमादान भी है। जिस समय ये महीना चल रहा होता है। उस समय काफी गर्मी होती है। साथ ही दिनभर भूख और प्यास की शिद्दत के बाद जब मुसलमान रोजा खोलते हैं तो दस्तरखान पर स्पेशल चीजें रखना पसंद करते हैं उन्ही में से एक है पेय पदार्थ शरबत। जिन्हें आप आसानी से घर पर बना सकते हैं और इनको पीने से थकान दूर होने के साथ एनर्जी भी मिलेगी। ये शरबत सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनको पीने से शरीर में ताजगी बनी रहती है और मौसमी बीमारियों का खतरा भी कम होता हैं। तो आइए जानते हैं इन शरबतों से हमे क्या फायदे मिलते है और इन्हें कैसे बनाया जाता है।
चंदन का शरबत

सेहरी और इफ्तार के लिए चंदन का शरबत एक अच्छा और हेल्दी ऑप्शन है। इसके सेवन से पेट को ठंडक तथा रक्त संचार भी ठीक रहता है। शरीर भी हाइड्रेट रहता है। इसको पीने से गर्मी ये होने वाली परेशानियां आसानी से दूर होती है और शरीर भी हेल्दी रहता है।
रोज शरबत

रोज का शरबत ऊर्जा का अच्छा स्त्रोत माना जाता है ।शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। गर्मियों में शरीर को रिफ्रेश रखने के साथ पेट को भी ठंडक पहुँता है। सेहरी और इफ्तार में इसको पीने से दिन भर की थकान दूर होती है और शरीर को ऊर्जा मिलती है।
खस का शरबत

खस का शरबत शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसको पीने से शरीर हेल्दी तथा दिल दुरूस्त रहता है और कमजोरी भी नही महसूस होती है। इसको पीने से पेट ठंडा रहता है और कई बीमारियां जैसे स्किन की बीमारी भी दूर होती है। सेहरी और इफ्तार के समय इसे आसानी से पीया जा सकता है।
बादाम का शरबत

बादाम का शरबत शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ पेट को ठंडा भी रखता है तथा गर्मियों में होने वाली स्किन की परेशानियों से भी निजात दिलाता है। ये पीने में काफी स्वादिष्ट होता है। बादाम का शरबत बनाने के लिए इलायची और केवड़ा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
फालसे का शरबत

गर्मियों में फालसे काफी मात्रा और आसानी से मिलते हैं। पौष्टिक होने के साथ ये शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से प्यास कम लगती है और गर्मियों के समय पेट में होने वाली जलन भी दूर होती है। इस शरबत को पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है।
Anupama Dubey