वाराणसी। ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के 21वें सन्यास दिवस कार्यक्रम बुधवार को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुआ, जिसमें देश विदेश से आए विभिन्न संतो ने उनका अभिनंदन और स्वागत किया । इस कार्यक्रम में मेधज समूह के संस्थापक डॉ समीर त्रिपाठी को ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के द्वारा ज्योतिष में किए गए कार्य और सनातन धर्म के प्रचार प्रसार तथा विश्व कल्याण हेतु 108 उपनिषदों चार वेद एवं 18 पुराण की अर्थ सहित संगीतमय प्रस्तुति के लिए उन्हें शास्त्रगानशिरोमणि की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्होंने अपनी मां रेखा त्रिपाठी एवं छोटे भाई गुंजन त्रिपाठी की मौजूदगी में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के कर कमालों द्वारा ग्रहण किया। डॉ समीर त्रिपाठी ने यह सम्मान अपनी मां रेखा त्रिपाठी को समर्पित किया।

ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने अपने संबोधन में डॉ समीर त्रिपाठी के बारे में कहा कि वो एक कंपनी चलाते हैं, संस्कृत से उनका कोई लेना देना नहीं है, लेकिन जब कोरोना काल आया कंपनी के काम से खाली हो गये तो उन्होंने उस काल का ऐसा सुन्दर सदुपयोग किया कि उच्चारण का अभ्यास किया संस्कृत भाषा का और शिव पुराण ले लिया देवी पुराण ले लिया और स्टूडियो में बैठ करके एक एक श्लोक गा – गा करके मुद्रित कर दिया। जितना भी उनके पास समय था रोज 8 घंटे बैठकर के यही काम करने लगे और न जाने कितने पुराणों को गा – गा करके ध्वनि मुद्रित कर दिया, हमने उनको सुना तो हमको बड़ा अच्छा लगा, तभी हमने उनको कहा कि हम आपको शास्त्रगानशिरोमणि की उपाधि देना चाहेंगे।
डॉक्टर समीर त्रिपाठी ने वर्ष 2020 में जब पूरा देश कोरोना की लहर से लड़ रहा था तब उन्होंने समाज में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने के लिए अपनी सक्रियता को बढ़ायो ज्योतिष और आध्यात्म के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया जिससे इस कठिन काल से लड़ा जा सके जिस कड़ी में सबसे पहले ओम नम: शिवाय मंत्र गाया, तत्पश्चात 1000 से अधिक वीडियो इनकी आवाज में यू ट्यूब चैनल मेधज एस्ट्रो पर अपलोड किए गऐ जिनमें संपूर्ण श्रीरामचरितमानस, शिव महापुराण, श्रीदुर्गा सप्तशती, संपूर्ण श्रीमद्भगवतगीता, श्रीविष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोतम, और अन्य धार्मिक स्त्रोतों को भी डॉक्टर समीर त्रिपाठी ने अपनी आवाज में संगीतबद्ध किया।
डॉक्टर समीर त्रिपाठी ने बताया कि आने वाले वर्षों में जो ज्योतिषीय गड़ना है, उससे प्रतीत होता है कि आने वाला समय बहुत कठिन है, ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा में रहने के लिए, जिससे वो परिस्थितियों से लड़ सके, उसके लिए उसको भक्ति मार्ग पर आना ही होगा और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि धर्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र में मेरा यह काम अनवरत जारी रहेगो यह सम्मान मिलने से मैं और कटिबद्ध हो गया हूँ े इसी क्रम में मैं अर्थ सहित संगीतमय देवी पुराण गा रहा हूँ जो कि शीघ्र ही हमारे यू ट्यूब चैनल मेधज एस्ट्रो पर चरणबद्ध तरीके से रिलीज किया जाएगा ।
sudha jaiswal