महिला कल्याण विभाग सभी गृहों की महिलाओं और बच्चों को पुनर्वास हेतु मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रतिबद्ध
लखनऊ। उ0प्र0 के महिला कल्याण विभाग की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने शुक्रवार को बताया कि जनपद लखनऊ स्थित आफ्टरकेयर होम से आन जॉब ट्रेनिंग हेतु 55 संवासी व संवासिनियों को चयनित किया गया है। उन्होंने चयनित किशोर, किशोरियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामना देते हुए कहा कि समाज की मुख्य धारा से जुड़ कर अपनी पहचान स्थापित करते हुये समाज के विकास में अपना योगदान दें। लखनऊ में संचालित संस्था राजकीय महिला शरणालय, राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन (किशोर) की 20 किशोरियों एवं 35 किशोर का मैक्रान लॉगी सविसेज एजेन्सी के माध्यम से गिन्नी फिलामेन्टस लि0, छाता, मथुरा उ0प्र0 द्वारा लिये गये कैम्पस सेलेक्शन के फलस्वरूप मशीन आपरेटर के पद पर चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला कल्याण विभाग सभी गृहों की महिलाओं और बच्चों को पुनर्वास हेतु मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रतिबद्ध हैं। जिला प्रशासन लखनऊ व डीपीओ द्वारा किया गया कार्य प्रशंसनीय है। हम इसे पूरे उ0प्र0 में दोहराने की कोशिश करेंगे। महिला कल्याण निदेशक ने बताया कि चयनित किशोर,किशोरियों में से प्रथम चरण में राजकीय महिला शरणालय/राजकीय पाश्चातवर्ती देखरेख संगठन (किशोर) की 10-10 किशोर/किशोरियों को गुरुवार को मथुरा के लिये प्राइवेट बस से कर्मचारियों के अभिरक्षा में भेजा गया। रोजगार द्वारा पुर्नवासित किये जा रहे किशोर-किशोरियों को उनकी छोटी-बड़ी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये ट्रॉली सूटकेस, बैग, पर्स/वॉलेट, ग्रीष्म कालीन व शीत कालीन हेतु छ: सेट वस्त्र,अन्त: वस्त्र, बिस्तर, कम्बल, बाल्टी, मग, सेनेट्री,टॉलेट्री सामाग्री आदि के साथ-साथ दो मोबाइल फोन भी दिया गया, जिससे कभी भी किसी भी समय भेजे गये अभ्यर्थी संस्था,विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क कर सकें। अभ्यर्थियों को तिलक-आरती, कर दही-चीनी खिलाकर शगुन के रूप में रू0 1100/- देकर आर्शिवाद के साथ उन्हें विदा किया गया। इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी, लखनऊ व उपनिदेशक लखनऊ, अधीक्षिका, राजकीय महिला शरणालय, लखनऊ व अधीक्षक राजकीय पाश्चातवर्ती देखरेख संगठन (किशोर) लखनऊ ने अपना सहयोग प्रदान किया।
sudha jaiswal